140 करोड़ लोगों की दोस्ती का संदेश लाया हूं...इथियोपिया की संसद में PM मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। यह दुनिया की 18वीं संसद है जहां प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और इथियोपिया का जलवायु और भावना, दोनों में गर्मजोशी है। लगभग 2000 साल पहले, हमारे पूर्वजों ने बड़े समुद्रों के पार रिश्ते बनाए थे। हिंद महासागर के पार, व्यापारी मसालों और सोने के साथ यात्रा करते थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ़ सामान का ही व्यापार नहीं किया; उन्होंने विचारों और जीवन शैली का भी आदान-प्रदान किया। अदीस और धोलेरा जैसे बंदरगाह सिर्फ़ व्यापार केंद्र नहीं थे, बल्कि सभ्यताओं के बीच पुल थे। आधुनिक समय में, हमारे रिश्ते एक नए युग में प्रवेश करते हैं, जब 1941 में भारतीय सैनिकों ने इथियोपिया की आज़ादी के लिए इथियोपियाई लोगों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी। इस शानदार बिल्डिंग में, आपके कानून बनते हैं, यहीं लोगों की मर्ज़ी राज्य की मर्ज़ी बनती है, और जब राज्य की मर्ज़ी लोगों की मर्ज़ी से मिलती है, तो परियोजनाओं का पहिया आगे बढ़ता है।
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पीएम मोदी ने कहा कि आपके ज़रिए, मैं खेतों में काम करने वाले आपके किसानों से, नए आइडिया बनाने वाले उद्यमियों से, समुदायों को लीड करने वाली महिलाओं से, और इथियोपिया के उन युवाओं से भी बात कर रहा हूँ जो भविष्य को आकार रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय कंपनियाँ इथियोपिया में सबसे बड़े निवेशकों में से हैं। उन्होंने अलग-अलग सेक्टरों में 5 बिलियन डॉलर से ज़्यादा का निवेश किया है और 75000 से ज़्यादा नौकरियाँ पैदा की हैं। हमने भारत-इथियोपिया द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक ले जाने का फैसला किया है। भारत का राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' और इथियोपिया का राष्ट्रगान, दोनों हमारी ज़मीन को माँ कहते हैं। वे हमें अपनी विरासत, संस्कृति, सुंदरता पर गर्व करने और मातृभूमि की रक्षा करने के लिए प्रेरित करते हैं। आज आपके सामने खड़ा होना मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। इथियोपिया, शेरों की धरती पर आकर बहुत अच्छा लग रहा है। मुझे यहाँ बहुत अपनापन महसूस हो रहा है क्योंकि मेरा गृह राज्य गुजरात भी शेरों का घर है।
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प्रधानमंत्री मोदी को एक और बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिला है। इस बार अफ्रीकी देश इथियोपिया ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया से सम्मानित किया है। ग्रेट ओनर निशान ऑफ इथोपिया के रूप में इस देश का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया है। आप सबके बीच होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैंने आज दोपहर ही इथोपिया में कदम रखा है और आते ही मुझे यहां के लोगों से एक अद्भुत अपनापन और आत्मीयता मिली है। प्रधानमंत्री जी स्वयं मुझे एयरपोर्ट पर लेने आए। फ्रेंडशिप पार्क और साइंस म्यूजियम लेकर गए। आज शाम यहां की लीडरशिप से मेरी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हुई है। यह सब अपने आप में एक अविस्मरणीय अनुभव है। फ्रेंड्स अभी अभी मुझे ग्रेट ओनर निशान ऑफ इथोपिया के रूप में इस देश का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया है। विश्व की अति प्राचीन और समृद्ध सभ्यता द्वारा सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत गौरव की बात है। मैं सभी भारतवासियों की ओर से इस सम्मान को पूरी विनम्रता और कृतज्ञता से ग्रहण करता हूं।
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पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मान उन अनगिनत भारतीयों का है जिन्होंने हमारी साझेदारी को आकार दिया। 1896 के संघर्ष में सहयोग देने वाले गुजराती व्यापारी हो इथोपियन मुक्ति के लिए लड़ने वाले भारतीय सैनिक हो या शिक्षा और निवेश के माध्यम से भविष्य संवारने वाले भारतीय शिक्षक और उद्योगपति और यह सम्मान उतना ही इथोपिया के हर उस नागरिक का भी है जिसने भारत पर विश्वास रखा और इस संबंध को हृदय से समृद्ध किया। फ्रेंड्स आज इस अवसर पर मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री अभी अहमद अली का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। एक्सीलेंसी पिछले महीने जब हम साउथ अफ्रीका में जी20 समिट के दौरान मिले थे तो आपने बहुत स्नेह और अधिकार से मुझसे इथोपिया की यात्रा करने का आग्रह किया था। मैं अपने मित्र, अपने भाई का यह स्नेह निमंत्रण भला कैसे टाल सकता था? इसलिए पहला मौका मिलते ही मैंने इथोपिया आने का निश्चय कर लिया। फ्रेंड्स यह विजिट अगर नॉर्मल डिप्लोमेटिक तौर तरीके से होती तो शायद बहुत समय लग जाता। लेकिन आप लोगों का यही प्यार और अपनापन मुझे सिर्फ 24 ही दिन में यहां खींच के ले आया। फ्रेंड्स आज जब पूरे विश्व की नजर ग्लोबल साउथ पर है। ऐसे में इथोपिया की स्वाभिमान, स्वतंत्रता और आत्म गौरव की चीर कालीन परंपरा हम सभी के लिए सशक्त प्रेरणा है। यह सौभाग्य की बात है। इस महत्वपूर्ण कालखंड में इथोपिया की बागडोर डॉक्टर अभी के कुशल हाथों में है। अपने मेडमर की सोच और विकास के संकल्प के साथ वे जिस तरह से इथोपिया को प्रगति पथ पर आगे ले जा रहे हैं। वह पूरे विश्व के लिए एक उज्जवल उदाहरण है।
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पर्यावरण संरक्षण हो, इंक्लूसिव डेवलपमेंट हो या फिर विविधता भरे समाज में एकता बढ़ाना, उनके प्रयास, प्रयत्नों और प्रतिबद्धता की मैं हृदय से सराहना करता हूं। फ्रेंड्स भारत में हमारा मानना रहा है कि सा विद्या विमुक्तय यानी नॉलेज लिबरेट्स शिक्षा किसी भी राष्ट्र की आधारशिला है और मुझे गर्व है कि इथोपिया और भारत के संबंधों में सबसे बड़ा योगदान हमारे शिक्षकों का रहा है। इथोपिया की महान संस्कृति ने इन्हें यहां आकर्षित किया और उन्हें यहां के कई पीढ़ियों को तैयार करने का सौभाग्य मिला।
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