फेंका जहरीला पानी! इमरान के समर्थकों के साथ ये क्या हो रहा? Video हिला देगा
पाकिस्तान का सीडीएफ यानी चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस बनने के बाद जनरल मुनीर के खिलाफ कई मोर्चों पर बगावत शुरू हो चुकी है। मुनीर पर एक तरफ पीओके को कैदखाना बनाने का आरोप है तो दूसरी तरफ इमरान खान को जेल में बंदकर हत्या की साजिश का भी आरोप। अब इमरान खान की बहनों का दावा है कि जनरल मुनीर इमरान खान की रिहाई की मांग करने वाले जो प्रदर्शनकारी हैं उन पर जहरीले पानी से हमले करा रहा है। इमरान खान की रिहाई को लेकर अदियाला जेल के बाहर प्रदर्शनकारियों का बड़ा काफिला आप इनके तेवर देखिए।
इसे भी पढ़ें: आपने वादा किया था…इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा ने एलन मस्क से मांगी मदद
पाकिस्तान के तानाशाह जनरल मुनीर की जहरीली साजिश का पर्दाफाश कर रहे हैं। इमरान खान पर मुनीर की दोहरी साजिश के खिलाफ तमाम लोग अदियाला जेल के बाहर इकट्ठा हैं। लोगों का सवाल है कि एक तो मुनीर की सीधी पहरेदारी वाले अदियाला जेल के स्टाफ इमरान से मुलाकात पर अदालती आदेश भी पालन नहीं कर रहे हैं। और दूसरे मुलाकात की मांग को लेकर जो समर्थक जमा हो रहे हैं उन पर जहरीला पानी बरसाया जा रहा है। दरअसल इमरान खान के समर्थकों का आरोप है कि अदियाला जेल के बाहर प्रदर्शनकारियों पर पाकिस्तानी सेना ने जो वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था।
इसे भी पढ़ें: प्रधानमंत्री को कैद...UN में भारत ने पलट दिया खेल, पाकिस्तान के साथ ये क्या हो गया
इमरान समर्थकों का आरोप है कि पानी की चपेट में आने के बाद कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। किसी समर्थक को स्किन की समस्याएं हो रही है तो किसी की आंखों में जलन हो रही है। कई प्रदर्शनकारियों ने पूरे शरीर में तेज दर्द और बेचैनी की भी शिकायत की है। अपने विरोधियों पर कहर ढाने का यह मुनी अंदाज बहुत पुराना है। इसे लेकर इमरान खान कई बार आशंका जाहिर कर चुके हैं कि मुनीर उन्हें जेल में बंद कर उनकी हत्या करवाना चाहता है। पाकिस्तान की सियासत से उनका नामोनिशान मिटाना चाहता है।
More evidence
— ???????? عامر (@Aamird_) December 16, 2025
Imran Khan’s sister and others are drenched in chemical water! @hrw @SkyNews @SkyYaldaHakim @BBCWorld @AJEnglish @UN pic.twitter.com/hajgsStsA7
PoK India Merger: भारत के कश्मीर पर बोला पाक, POK में शुरू हो गई आजादी की जंग
घर में आग लगी हो और बाहर पानी की बात की जाए तो सच्चाई ज्यादा देर छुपती नहीं और आज पाकिस्तान के साथ बिल्कुल यही हो रहा। एक तरफ पीओके की सड़कों पर जनता का गुस्सा फूट पड़ा और दूसरी तरफ यूएएससी में पाकिस्तान भारत पर बेबुनियादी आरोप लगाकर अपनी नाकामी छुपाने की कोशिश कर रहा। दरअसल रावल कोर्ट में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। यह कोई छोटा प्रदर्शन नहीं था। नारे, जुलूस और खुला ऐलान अब और बर्दाश्त नहीं। प्रदर्शनकारियों की मांगे बिल्कुल साफ थी। बिजली की अनुचित कटौती बंद करो। मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं सुधारी जाए। स्थानीय पत्रकार सोहरा बरकत को तुरंत रिहा करो। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पीओके में बड़े पैमाने पर हाइड्रो पावर पैदा की जाती है। लेकिन उसकी बिजली पाकिस्तान के दूसरे सूबों को भेज दी जाती है और पीओके के लोग अंधेरे में रहने को मजबूर है। यानी संसाधन पीओके के फायदा पूरे पाकिस्तान को पीओके एक सीमावर्ती इलाका है और इसी बहाने पाकिस्तान ने इंटरनेट पर भारी पाबंदियां लगा रखी है।
इसे भी पढ़ें: 21 परम वीर चक्र विजेताओं की तस्वीर, वीजिटर्स को राष्ट्रीय नायकों के बारे में बताना मकसद
कमजोर नेटवर्क, इंटरनेट बैकआउट, सूचना पर नियंत्रण। लोगों का कहना है कि यह सुरक्षा नहीं बल्कि आवाज दबाने की साजिश है। प्रदर्शन में पत्रकार सोहरा बरकत की रिहाई की मांग प्रमुख रही। लोगों का आरोप है कि सच दिखाने की सजा जेल में डालना यही पाकिस्तान की असली पहचान है। प्रदर्शनकारियों ने पीओके सरकार को शाम 5:00 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है। चेतावनी साफ थी कि मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन और तेज होगा। घोषणा के मुताबिक एक रास्ता ब्रीड स्टेशन की ओर जाने वाला दूसरा शाहराह ए गाजी मिल्लत इन रास्तों को बंद करने की चेतावनी सीधे-सीधे प्रशासन के लिए बड़ा झटका है। जन आक्रोश को देखते हुए पाकिस्तान ने भारी संख्या में पुलिस सेना और अर्धसैनिक बल तैनात कर दिए हैं। यह बताता है कि पाकिस्तान खुद पीओके की जनता से डरता है।
इसे भी पढ़ें: Donald Trump की चाल में बुरी तरह फँस गये Asim Munir, अमेरिका की बात मानी तो पाकिस्तानी मारेंगे, नहीं मानी तो ट्रंप नहीं छोड़ेंगे
अब सोचिए एक तरफ पीओके में लोग पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगा रहे हैं और दूसरी तरफ यूएससी में पाकिस्तान भारत पर झूठे आरोपों की झड़ी लगा रहा। यूएससी की लीडरशिप फॉर पीस थीम पर हुई ओपन डिबेट में पाकिस्तान मिशन के काउंटर गुल कैसर सरवानी ने कहा कश्मीर ना कभी भारत का हिस्सा था और ना कभी होगा। यह सबसे बड़ा मिथ पाकिस्तान का है। पाकिस्तानी दूत ने आगे कहा जम्मू कश्मीर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र है और यूएन का आधिकारिक रुख भी यही कहता है। लेकिन सच्चाई तो यह है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था है और हमेशा रहेगा। पाकिस्तान ने फिर जनमत संग्रह, यूएनएससी प्रस्ताव और पुराने झूठे दावों को दोहराया। जबकि खुद पाकिस्तान यूएन प्रस्ताव का सबसे बड़ा उल्लंघन करता है। सबसे हैरानी की बात पाकिस्तान ने यूएससी में भारत पर ही आतंकवाद फैलाने का आरोप लगा दिया। पाकिस्तानी दूत ने कहा, टीटीपी, बीएलए और अन्य आतंकी संगठनों को भारत समर्थन देता है। जबकि पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद का गढ़ सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान है।
होम
पॉलिटिक्स
बिजनेस
ऑटोमोबाइल
जॉब
गैजेट
लाइफस्टाइल
फोटो गैलरी
Others 
prabhasakshi



















