40 मिनट तक दरवाजे पर खड़े रहे शहबाज शरीफ, फिर भी नहीं मिले पुतिन, आखिरकार थककर लौटे वापस
भारत के दौरे से लौटे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी है। तुर्कमेनिस्तान में प्रधानमंत्री शरीफ राष्ट्रपति पुतिन का 40 मिनट से अधिक इंतजार करते रहे। फिर भी पुतिन मिलने नहीं आए तो उठकर चले गए। रूसी मीडिया के हवाले से बताया गया है कि उस वक्त पुतिन तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन के साथ बातचीत कर रहे थे। आरटी की तरफ से जारी वीडियो देखने से साफ है कि पुतिन के इंतजार में शहबाज शरीफ किस कदर बेचैन हो रहे थे। एक कुर्सी पर शहबाज बैठे थे, बराबर में लगी दूसरी कुर्सी खाली थी।
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राष्ट्रपति पुतिन की तुर्कमेनिस्तान यात्रा
राष्ट्रपति पुतिन की तुर्कमेनिस्तान यात्रा का मुख्य कारण 'शांति और विश्वास: सतत भविष्य के लिए लक्ष्यों की एकता' नामक कार्यक्रम में भाग लेना है। रूस का करीबी सहयोगी और स्वयं को तटस्थ देश घोषित करने वाला तुर्कमेनिस्तान इस महत्वपूर्ण सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। अपनी यात्रा के दौरान, पुतिन द्वारा तुर्कमेनिस्तान के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है, जिनमें डिजिटल विकास, विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर विशेष बल दिया जाएगा। रूस और तुर्कमेनिस्तान के बीच वर्तमान वार्षिक व्यापार 1.6 अरब डॉलर से अधिक है, और रूस का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 2.5 अरब डॉलर करना है, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और गहरा करने की रूस की दृढ़ इच्छा को दर्शाता है।
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यूक्रेन और काला सागर सुरक्षा पर चर्चा
राष्ट्रपति पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के बीच होने वाली चर्चा में यूक्रेन में जारी संघर्ष और कैस्पियन और काला सागर की स्थिति पर प्रमुखता से चर्चा होने की उम्मीद है। दोनों क्षेत्रों में मौजूदा हालात अस्थिर बताए जा रहे हैं और रूसी जहाजों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यह बैठक रूस और तुर्की को अपने रुख में समन्वय स्थापित करने और इन महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक मुद्दों के संभावित समाधान तलाशने का अवसर प्रदान करेगी, जिनका क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ता है। दोनों नेता इन संवेदनशील विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे।
❗️???????? PM Sharif Waited For Over 40 Minutes For President Putin Before Growing Tired And Gate-crashing Russian Leader's Meeting With Erdogan - RT Correspondent
— RT_India (@RT_India_news) December 12, 2025
He left ten minutes later. pic.twitter.com/tgUdPHT4eh
बीच समंदर हथियारबंद कमांडोज का जहाज पर हमला, पुतिन-मोदी अब करने वाले हैं बड़ा खेल!
रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन और पीएम मोदी की यात्रा से बौखलाए हुए अमेरिका ने वही किया जिसका डर था। लेकिन इसके बाद रूस ने भी वही किया जिसकी उम्मीद थी। अमेरिका ने भारत और रूस के एक मित्र देश पर हमले की शुरुआत कर दी है। यह देश वेनेजुएला है जो तेल के अपार भंडार पर बैठा है। वही तेल जिसके लिए अमेरिका ने कई देशों को बर्बाद कर दिया। अमेरिकी सेना के कमांडोज़ ने वेनेजुएला पर बहुत बड़ा हमला बोल दिया है। कारण तस्करी बताया गया है लेकिन असली खेल तेल का ही है। दिलचस्प बात यह है कि वेनेजुएला के साथ भारत और रूस दोनों के रिश्ते बहुत मजबूत हैं। हाल ही में भारत ने वेनेजुएला के साथ एक बहुत बड़ी डील की थी और रूस भी लगातार वेनेजुएला को संरक्षण दे रहा है। तभी तो वेनेजुएला पर अमेरिकी एक्शन के बाद पुतिन ने एक बहुत बड़ा ऐलान कर दिया है।
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दरअसल बीच समंदर अमेरिका के हथियार बंद कमांडोज वेनेजुएला के एक बहुत बड़े क्रूड ऑयल टैंकर पर उतरे और पल भर में उस पर कब्जा कर लिया। अमेरिका के दो सैन्य हेलीकॉप्टर समुद्र के ऊपर तेजी से उड़ते हुए आए और टैंकर को घेर लिया। कई अमेरिकी कमांडोज़ रस्सियों के सहारे टैंकर के डेक पर उतर गए और कुछ ही मिनटों में टैंकर को अपने कब्जे में ले लिया। वेनेजुएला ने अमेरिका के एक्शन को समुद्री डकैती और खुलेआम चोरी करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। ट्रंप रूस, यूक्रेन, भारत, बांग्लादेश, यूरोप, खाड़ी देशों सभी को ब्लैकमेल कर रहे हैं। किसी को टेरिफ की धमकी दे रहे हैं तो किसी को हथियारों की। वेनेजुएला पर अमेरिका ने हथियारों का इस्तेमाल किया है।
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अमेरिका वेनेजुएला के तेल भंडारों को लूटने के लिए वहां के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से हटाना चाहता है। अमेरिका ने वेनेजुएला के ऑयल एक्सपोर्ट्स पर भी सेंशंस लगा दिए। इस बार अमेरिका ने कहा कि वेनेजुएला का सबसे बड़ा ऑयल टैंकर गैरकानूनी तरीके से ईरान को तेल बेचने जा रहा था और हमने इसे अपने कब्जे में ले लिया है। इस एक्शन के बीच रूस कूद पड़ा है। पुतिन ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति माधुर से फोन पर बात की है और कहा है कि हम वेनेजुएला के साथ खड़े हैं।
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रूस वेनेजुएला के लिए अमेरिका के खिलाफ खुलकर उतर चुका है। इसी बीच भारत और वेनेजुएला को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। दरअसल कुछ दिन पहले ही वेनेजुएला अचानक भारत की शरण में पहुंचा था। वेनेजुएला की एक टीम भारत पहुंची और भारत को वो चीज देने का ऐलान कर दिया जो अमेरिका वेनेजुएला से लूटना चाहता है। वेनेजुएला ने भारत से कहा कि आप हमारे तेल के साथ-साथ हमारे देश में मौजूद क्रिटिकल मिनरल्स को भी निकालिए।
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