Netanyahu से मुलाकात के दौरान Donald Trump ने दोहराया भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष समाप्त कराने का दावा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान भारत-पाकिस्तान संघर्ष को समाप्त कराने के अपने दावे को फिर दोहराया। सोमवार को फ्लोरिडा के पाम बीच स्थित मार-ए-लागो में नेतन्याहू और उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ द्विपक्षीय बैठक शुरू करते हुए ट्रंप ने कहा कि ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) में अपने दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष में उन्होंने अब तक आठ युद्ध रुकवाए हैं।
ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच युद्ध रुकवाया, दोनों देशों को शुल्क लगाने की धमकी दी, साथ ही अन्य संघर्षों को भी समाप्त किया, लेकिन इसका श्रेय उन्हें नहीं दिया जाता। इसके बाद ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने के दावे को भी दोहराया। ट्रंप ने कहा, “आठ युद्धों का निपटारा किया... अजरबैजान को लेकर (रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन ने मुझसे कहा, मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि आपने वह युद्ध सुलझा दिया क्योंकि मैं 10 साल से कोशिश कर रहा था।’ और मैंने सचमुच इसे एक ही दिन में सुलझा दिया।’’ अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘वे व्यापार करते हैं। मैंने कहा हम आपको व्यापार से अलग कर देंगे। अब कोई व्यापार नहीं। दोनों से... फिर मैंने 200 प्रतिशत शुल्क लगा दिया... अगले दिन उन्होंने फोन किया और 35 साल की लड़ाई रोक दी।’’
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ट्रंप के साथ विदेश मंत्री मार्को रुबियो, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ, अमेरिकी राष्ट्रपति के दामाद जेरेड कुशनर और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। ट्रंप ने नेतन्याहू के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक से पहले कहा, ‘‘क्या इसका श्रेय मुझे मिलता है? नहीं। मैंने आठ युद्ध रुकवाए। भारत और पाकिस्तान के बारे में क्या ख्याल है... तो मैंने उनमें से आठ (युद्ध) रुकवाए और मैं आपको बाकी के बारे में फिर कभी बताऊंगा।’’ ट्रंप ने 10 मई को सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि वाशिंगटन की मध्यस्थता में रातभर बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम’’ पर सहमत हो गएहैं। उसके बाद से ट्रंप 70 से अधिक बार यह दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष समाप्त कराया है। हालांकि भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप से लगातार इनकार किया है।
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भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में की गई थी। पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। भारत और पाकिस्तान 10 मई को सैन्य टकराव समाप्त करने पर राजी हुए थे।
Donald Trump ने Netanyahu का स्वागत किया, Iran को फिर से परमाणु कार्यक्रम शुरू करने के खिलाफ चेतावनी दी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापक वार्ता के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का फ्लोरिडा स्थित अपने आवास में स्वागत किया और ईरान को उसका परमाणु कार्यक्रम फिर से शुरू करने के खिलाफ चेतावनी दी। ट्रंप ने यह चेतावनी ऐसे समय में दी है जब ट्रंप लगातार यह दावा करते रहे हैं कि जून में ईरान के प्रमुख परमाणु संवर्धन स्थलों पर अमेरिकी हमलों से तेहरान की परमाणु क्षमताएं ‘‘पूरी तरह से खत्म’’ हो गई हैं। हालांकि, इजराइली अधिकारियों के हवाले से स्थानीय मीडिया में ऐसी रिपोर्ट हैं कि ईरान इजराइल पर हमला करने में सक्षम लंबी दूरी की मिसाइलें फिर से तैयार कर सकता है।
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नेतन्याहू के ‘मार-ए-लागो एस्टेट’ पहुंचने के तुरंत बाद ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा,‘‘अब मैं सुन रहा हूं कि ईरान फिर से निर्माण करने की कोशिश कर रहा है और अगर वे ऐसा कर रहे हैं तो हमें उन्हें कुचलना पड़ेगा। हम उन्हें कुचल देंगे। हम उन्हें बुरी तरह से हरा देंगे लेकिन उम्मीद है कि ऐसा नहीं हो रहा।’’ ईरान का कहना है कि वह देश में किसी भी स्थल पर अब यूरेनियम संवर्धन नहीं कर रहा है। वह पश्चिमी देशों को यह संकेत देने की कोशिश कर रहा है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम पर संभावित बातचीत के लिए तैयार है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि नेतन्याहू तेहरान के खिलाफ फिर से संभावित सैन्य कार्रवाई करने की आवश्यकता पर ट्रंप के साथ चर्चा करेंगे।
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नेतन्याहू की यह यात्रा गाजा के लिहाज से भी एक अहम मोड़ पर हो रही है। ट्रंप अमेरिका की मध्यस्थता में इजराइल-हमास संघर्षविराम समझौता कराने की दिशा में नयी गति पैदा करना चाहते हैं। ट्रंप ने नेतन्याहू की मौजूदगी में कहा कि वह वार्ता के दूसरे चरण तक ‘‘जल्द से जल्द’’ पहुंचना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘लेकिन हमास को निरस्त्र करना होगा।’’ ट्रंप से वार्ता से पहले नेतन्याहू ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से भी मुलाकात की।
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