बांग्लादेश में हिंसा का कहर जारी, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर ढाका में पेट्रोल बम हमला, युवक की मौत
बांग्लादेश में हिंसा का कहर जारी, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर ढाका में पेट्रोल बम हमला, युवक की मौत
गडकरी हमास चीफ की हत्या से पहले उनसे मिले थे:ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में मुलाकात हुई, कुछ घंटे बाद इजराइल ने मार दिया
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पूर्व हमास चीफ इस्माइल हानिया से उनकी मौत से कुछ घंटे पहले ही मुलाकात की थी। उन्होंने यह जानकारी हाल ही में एक बुक लॉन्चिंग ईवेंट के दौरान दी। गडकरी ने कहा कि साल 2024 में जब वे ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे, तब उनकी मुलाकात हमास के बड़े नेता से हुई थी। कुछ ही घंटों बाद उन्हें पता चला कि उसी नेता की हत्या कर दी गई है। हानिया 2024 में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान गए थे। यहां उनकी मिसाइल हमला करके हत्या कर दी गई। वह हमास का सबसे बड़े चेहरे थे। ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे गडकरी गडकरी ने बताया कि उन्हें पीएम मोदी ने भारत की तरफ से ईरान भेजा था। जुलाई 2024 में वे तेहरान पहुंचे थे, जहां मसूद पेजेशकियन ईरान के नए राष्ट्रपति बने थे और उनका शपथ ग्रहण समारोह हो रहा था। इस मौके पर दुनिया के कई देशों के नेता वहां मौजूद थे। सभी मेहमानों को एक 5-स्टार होटल में ठहराया गया था और उनके लिए खाने-पीने का पूरा इंतजाम किया गया था। उन्होंने कहा कि होटल में उनकी नजर एक ऐसे इंसान पर पड़ी, जो किसी भी देश का प्रतिनिधि नहीं लग रहे थे। बाकी सभी लोग किसी न किसी देश की ओर से आए थे, लेकिन वह अलग दिख रहा था। जब गडकरी ने उससे बात की और हाथ मिलाया, तो पता चला कि वह हमास संगठन का प्रमुख नेता है। गडकरी ने बताया कि ईरानी सरकार ने उस नेता को खास अहमियत दी थी और वह ईरान के मुख्य न्यायाधीश और प्रधानमंत्री के साथ चल रहा था। हानिया की मौत की खबर के बाद होटल छोड़कर निकले थे गडकरी हालांकि नितिन गडकरी ने मंच से उस नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान से साफ है कि वे इस्माइल हनिया की बात कर रहे थे, जो उस समय हमास के राजनीतिक प्रमुख थे और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने जाते थे। गडकरी ने बताया कि समारोह खत्म होने के बाद वे रात का खाना खाकर अपने कमरे में सोने चले गए। लेकिन सुबह करीब चार बजे उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया गया। बाहर भारतीय राजदूत खड़े थे। उन्होंने कहा कि तुरंत होटल छोड़ना होगा। जब गडकरी ने वजह पूछी तो बताया गया कि जिस हमास नेता से वे कुछ घंटे पहले मिले थे, उसकी उसके कमरे में ही हत्या कर दी गई है। यह खबर सुनकर गडकरी भी हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को ईरानी सरकार ने खास सुरक्षा दी थी और एक सुरक्षित कमरे में ठहराया था, उसकी इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद हत्या हो जाना बहुत चौंकाने वाली बात है। गडकरी बोले- समय के साथ बदलाव जरूरी गडकरी ने कहा कि उन्होंने यह किस्सा इसलिए बताया ताकि लोग समझ सकें कि आज के दौर में आधुनिक तकनीक और दूरदर्शी सोच कितनी जरूरी हो गई है, चाहे वह देश की सुरक्षा हो, व्यापार हो या रक्षा से जुड़ी रणनीति। उन्होंने कहा कि अगर समय के साथ बदलाव नहीं किया गया, तो आगे चलकर मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हमास और ईरान ने हत्या के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया बताया जाता है कि इस्माइल हनिया उस समय कतर में रहते थे और ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने तेहरान आए थे। बाद में ईरानी अधिकारियों ने कहा था कि उनकी मौत कम दूरी से दागे गए हथियार से हुई। हमास और ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने इस हमले के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया था, हालांकि इजराइल की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई थी। नितिन गडकरी भी उन कई अंतरराष्ट्रीय मेहमानों में शामिल थे, जो 30 जुलाई 2024 को इस समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने राष्ट्रपति पजेशकियन को पीएम मोदी की ओर से शुभकामनाएं भी दी थीं। 2013 में हानिया को हमास का डिप्टी चीफ अपॉइंट किया गया था 2013 में हानिया को हमास का डिप्टी चीफ अपॉइंट किया गया था और चार साल बाद 2017 में हमास के फैसले लेने वाली ‘शूरा काउंसिल’ ने उसे हमास का चीफ अपॉइंट कर दिया। जब हानिया के पास गाजा की सत्ता आई तो उसने गाजा पट्टी में हर चीज के आयात टैक्स बढ़ा दिया। मिस्र से आने वाली हर चीज पर हानिया रिश्वत लेने के लिए कुख्यात था। इजराइली वेबसाइट वायनेट (Ynet) के अनुसार हमास ने गाजा पट्टी में जो सुरंगे बनाई हैं, उस पर भी हानिया की 20% हिस्सेदारी थी। बुनियादी सामानों पर भी खूब टैक्स वसूला जाता था। फिलिस्तीन के लोगों ने इसका विरोध भी किया था। 33 हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक, गाजा पर शासन से खूब पैसा कमाया UK के अखबार द टाइम्स के मुताबिक इस्माइल हानिया के पास 33 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी। हानिया के पास गाजा में ही कई बड़ी इमारतें और विला थे। इसके अलावा कतर और कई अरब देशों में उसके होटल्स हैं। जिसे उसके बेटे और दामाद संभालते हैं। द टाइम्स की पत्रकार मेलानी स्वान ने पिछले साल इस्माइल हानिया की हत्या से पहले इंटरव्यू किया था। मेलानी ने पूछा कि गाजा में लोग मुफलिसी में जी रहे हैं, जबकि आप यहां कतर में आलीशान जिंदगी जी रहे हैं। इस सवाल के बावजूद हानिया के चेहरे पर कोई शिकन नहीं आई थी। हानिया के एक शादी से 13 बच्चे, 47 की उम्र में दोस्त की पत्नी से दूसरी शादी की यूरोप एंड मिडल ईस्ट न्यूज वेबसाइट के अनुसार इस्माइल हानिया ने दो शादियां की थी। हानिया की दूसरी पत्नी का नाम अभी तक सामने नहीं आया। हानिया ने 2009 में 47 की उम्र में दूसरी शादी की थी। उसकी पहली पत्नी का नाम अमाल था, जो उसके अंकल की बेटी थी। इस वेबसाइट के अनुसार हानिया के 13 बच्चे हैं, जो उनकी पहली पत्नी से हैं। पहली शादी के तीस साल बाद उसने दूसरी शादी की। बताया जाता है जिस महिला से दूसरी शादी हुई है वो हानिया के एक दोस्त की पत्नी थी, जिसकी हत्या हमास के एक ऑपरेशन के दौरान इजराइली सैनिकों ने कर दी थी।




Samacharnama

















