Europe का समर्थन जुटाने पर Zelensky का जोर, Russia को क्षेत्र सौंपने से इनकार किया
रूस के साथ समझौते के लिए बढ़ते अमेरिकी दबाव के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने किसी भी क्षेत्र को छोड़ने से साफ इनकार कर दिया है। यूक्रेन के लिए यूरोपीय समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे जेलेंस्की ने कहा, ‘‘निस्संदेह, रूस इस बात पर ज़ोर दे रहा है कि हम अपने क्षेत्र उसे सौंप दें। ज़ाहिर है, हम कुछ भी नहीं छोड़ना चाहते। हम इसी के लिए लड़ रहे हैं।’’
जेलेंस्की ने सोमवार देर रात व्हाट्सएप पर संवाद में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘क्या हम कोई क्षेत्र छोड़ने पर विचार कर रहे हैं? क़ानून के अनुसार, हमारे पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है। यूक्रेन के क़ानून, हमारे संविधान, अंतरराष्ट्रीय क़ानून और, सच कहूं तो, हमारे पास नैतिक अधिकार भी नहीं है।’’
वहीं, ‘पोलिटिको’ के साथ एक साक्षात्कार में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से ज़ेलेंस्की पर अमेरिका के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए दबाव डाला कि यूक्रेन रूस को अपना क्षेत्र सौंप दे। जेलेंस्की ने मंगलवार को रोम के बाहर स्थित पोप निवास, कास्टेल गंडोल्फो में पोप लियो 14वें से मुलाकात की। वह इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी से भी बातचीत करेंगे।
वेटिकन ने कहा कि पोप ने ‘‘बातचीत जारी रखने की आवश्यकता दोहराई और वर्तमान राजनयिक पहल से न्यायपूर्ण एवं स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद जताई।’’
सोमवार को, जेलेंस्की ने लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टारमर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ के साथ बातचीत की। अमेरिकी और यूक्रेनी वार्ताकारों ने शनिवार को तीन दिन की वार्ता पूरी कर ली, जिसका उद्देश्य अमेरिकी प्रशासन के शांति प्रस्ताव पर मतभेदों को दूर करना था।
इस योजना में एक प्रमुख अड़चन यह सुझाव है कि यूक्रेन को डोनबास क्षेत्र का नियंत्रण रूस को सौंपना होगा। यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों ने क्षेत्र सौंपने के विचार का कड़ा विरोध किया है। यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि रूस ने कल रात देश भर में विभिन्न प्रकार के 110 ड्रोन दागे।
अधिकारियों ने बताया कि वायु रक्षा प्रणाली ने 84 ड्रोन को निष्क्रिय कर दिया। पूर्व के हमलों के कारण कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने रूस के विभिन्न क्षेत्रों और क्रीमिया में 121 यूक्रेनी ड्रोन को नष्ट कर दिया।
Indonesia: राजधानी जकार्ता में कार्यालय भवन में आग लगने से कम से कम 22 लोगों की मौत
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में मंगलवार को एक कार्यालय भवन में आग लगने की घटना में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतकों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है।
मध्य जकार्ता स्थित कार्यालय की सात मंजिला इमारत को आग की लपटों ने अपनी चपेट में ले लिया, जिससे आसमान में धुएं का गुबार फैल गया और आस-पास रहने वाले लोगों तथा कर्मचारियों में दहशत फैल गई।
मध्य जकार्ता के पुलिस प्रमुख सुसात्यो पुर्नोमो कोंड्रो ने बताया कि आग दोपहर के समय लगी और माना जा रहा है कि यह केमायोरन इलाके में स्थित इमारत की पहली मंजिल से शुरू हुई और बाद में अन्य मंजिलों तक फैल गई।
कोंड्रो के मुताबिक, आग पर काबू पाने के लिए सैकड़ों कर्मियों और दमकल की 29 गाड़ियों को तैनात किया गया। आग लगने के कारणों की अब भी जांच की जा रही है। कोंड्रो ने कई प्रत्यक्षदर्शियों का हवाला देते हुए बताया कि इमारत में स्थित कार्यालय के कई कर्मचारी दोपहर के भोजन के लिए बाहर गए हुए थे, तभी भंडारण और परीक्षण क्षेत्र में बैटरी में चिंगारी निकलने लगी।
उन्होंने बताया कि इमारत को ड्रोन कंपनी के बिक्री और भंडारण कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। कोंड्रो के अनुसार, तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई गई। उन्होंने बताया कि इमारत से कम से कम 22 शव बरामद किए गए।
कोंड्रो ने बताया कि मृतकों में सात पुरुष और 15 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें से एक गर्भवती थी। उन्होंने बताया कि शवों की शिनाख्त के लिए उन्हें पूर्वी जकार्ता के पुलिस अस्पताल ले जाया गया है।
घटना में जीवित बचे दिमित्री नामक शख्स नेस्थानीय टेलीविजन चैनल को बताया, “संदेह है कि शॉर्ट सर्किट या ड्रोन की बैटरी में थर्मल खामी के कारण कार्यालय में विस्फोट हुआ और आग लग गई।” उसने कहा, “ऊपरी मंजिलों पर मौजूद कुछ सहकर्मियों ने मदद की गुहार लगाते हुए छत पर जाकर बचने की कोशिश की।
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