600 ड्रोन, 51 मिसाइलें...पुतिन के भारत से लौटते ही रूस ने यूक्रेन पर कर दिया भीषण अटैक, बंकर में छिपे जेलेंस्की!
रूस ने यूक्रेन पर एक बार फिर भीषण अटैक किया है। रूसी सेना ने शक्तिशाली मिसाइलों और विस्फोटकों से लदे ड्रोन से यूक्रेन पर बड़ा हमला किया। रूस के ऐसे बड़े ऑपरेशन से यूक्रेन में भारी तबाही मची है। जिससे यूक्रेन के कई शहर दहल उठे। इस हमले के बाद यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि रूस ने पूरे देश में 51 मिसाइलें और 653 ड्रोन दागे। उसने यह दावा भी किया कि इनमें से बहुत सी मिसाइलें यूक्रेन की रिहााइशी इलाकों के आसपास गिरी हैं। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि रूस के ऐसे हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया गया और उनके 585 ड्रोन और 30 मिसाइलों को सफलतापूर्वक मार गिराया गया। हालांकि उसने माना कि 29 जगहों पर यह गिरने में सफल भी रहे।
इसे भी पढ़ें: रक्षा खरीददार से रक्षा साझेदार बन गया भारत, India-Russia के नये समझौतों को लेकर दुनियाभर में बेचैनी
पुतिन ने इतने तीखे हमले यूक्रेन पर शुरू कर दिए हैं जिससे जेलस्की के होश उड़ गए हैं। रूस के खूनी हमलों में अचानक कई गुना की बढ़ोतरी हो गई है। जिसकी वजह से यूक्रेनी सेना बुरी तरह से तबाह हुई है। दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन को रूस पर आधी रात में 116 हमले करना बेहद भारी पड़ गया। दावा यह भी कि रूस ने पूर्वी यूक्रेन दक्षिण पूर्वी यूक्रेन के लगभग नौ शहरों पर हमला किया है। दावा किया जा रहा है कि रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों से यूक्रेन की राजधानी क्यू में भारी तबाही मची है। सके अलावा सैन्य अड्डे पर मौजूद हजारों टन गोला बारूद भी भस्म हो गया। यूक्रेन का दावा है कि उसने क्राइमिया में मौजूद रूस के सैन्य अड्डे पर कम से कम आठ ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। यूक्रेन का दावा है कि एसयू-24 सामरिक बम वर्षक विमान एक रेडोम एक 39 एन6 कास्ता 2e2 रडार समूह एक ओरियन मानव रहित हवाई वाहन दो 48 वाई6k1 वुड लॉर्ड रडार सिस्टम एक मालगाड़ी और एक यराॉल ट्रक को भी ड्रोन हमलों से यूक्रेन ने तबाह कर दिया है।
इसे भी पढ़ें: कश्मीरी कहवा, मछली और साग, राष्ट्रपति भवन में पुतिन की डिनर पार्टी में क्या-क्या खाना परोसा गया?
चेचन्या के नेता रमजान कादिरो के मुताबिक यूक्रेनी ड्रोन ने ग्रोसनी में एक ऊंची इमारत को नुकसान पहुंचाया। इधर की पर रूसी हमलों से कोहराम मचा हुआ है। कीव में हुआ ब्लैक आउट। जेलेंस्की बंकर में घुस गए हैं। पिछले 24 घंटे में रूसी हमलों का वो सच दिखाने जा रहे हैं जिससे साबित हो रहा है कि रूस शांति समझौते से पहले ज्यादा से ज्यादा पूर्वी यूक्रेन के इलाकों पर कब्जा करना चाहता है।
इसे भी पढ़ें: Modi-Putin का 'न्यूक्लियर प्लांट' पर बड़ा खेल, हिले चीन-अमेरिका
कीव के पास फ़स्टिव में ट्रेन स्टेशन को तबाह कर दिया। इस बीच रूस ने भी दावा किया है कि उसने रात में करीब जो है 116 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए। यूक्रेनी सेना और रूसी क्षेत्रीय अधिकारियों के अनुसार रूस में रियाजान ऑयल रिफाइनरी पर हमला किया गया। हालांकि मॉस्को ने सीधे तौर पर रिफाइनरी में नुकसान की बात स्वीकार नहीं की है। यूक्रेन ने हाल के महीनों में रूसी रिफाइनरियों पर लंबी दूरी के ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं। जिसका मकसद मॉस्को की तेल निर्यात से होने वाली कमाई में कटौती करना है। कीव और पश्चिमी सहयोगी रूस पर लगातार चौथे साल यूक्रेन के हीटिंग पानी और बिजली सिस्टम पर लगातार हमला करके जो है उसकी सर्दियों में जो है कहीं ना कहीं बाधा बनने की कोशिश कर रहे हैं।
Trump से न हो पाएगा...पुतिन के बाद अब मोदी के पास आएंगे जेलेंस्की
5 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो दिवसीय भारत यात्रा समाप्त होने के साथ ही, नई दिल्ली कूटनीतिक संतुलन बनाते हुए अगले कदमों की तैयारी कर रही है: इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि आने वाले महीनों में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की संभावित भारत यात्रा की योजना बनाने की तैयारी चल रही है। यह यात्रा जनवरी 2026 की शुरुआत में हो सकती है। ज़ेलेंस्की की यात्रा, पिछले साल अपनाए गए उसी सुविचारित दृष्टिकोण का अनुसरण करते हुए, रूस-यूक्रेन युद्ध के दोनों पक्षों के साथ जुड़े रहने के भारत के प्रयासों को और मज़बूत करेगी। जुलाई 2024 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मास्को गए और पुतिन से मिले; एक महीने बाद, अगस्त में, उन्होंने यूक्रेन का दौरा किया।
इसे भी पढ़ें: रक्षा खरीददार से रक्षा साझेदार बन गया भारत, India-Russia के नये समझौतों को लेकर दुनियाभर में बेचैनी
सूत्रों ने बताया कि भारतीय और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच कई हफ़्तों से बातचीत चल रही है, और पुतिन के भारत आने से पहले ही नई दिल्ली ज़ेलेंस्की के कार्यालय के संपर्क में थी। प्रस्तावित यात्रा का समय और दायरा कई कारकों पर निर्भर करेगा, जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना का स्वरूप और युद्ध के मैदान में होने वाले घटनाक्रम शामिल हैं। यूक्रेन की घरेलू राजनीति, जहाँ ज़ेलेंस्की की सरकार वर्तमान में एक व्यापक भ्रष्टाचार घोटाले में उलझी हुई है और दबाव में है, भी परिणाम को प्रभावित कर सकती है। पुतिन की यात्रा पर यूरोप की कड़ी नज़र रही है, कई यूरोपीय दूतों ने भारत से आग्रह किया है कि वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके मास्को को युद्ध समाप्त करने के लिए प्रेरित करे। हालाँकि, भारत ने लगातार यह कहा है कि बातचीत और कूटनीति ही आगे बढ़ने का एकमात्र व्यावहारिक रास्ता है, और मोदी ने इसे इस प्रकार परिभाषित किया है: भारत तटस्थ नहीं है, भारत शांति के पक्ष में है।
इसे भी पढ़ें: IndiGo का 'लचर' रवैया, पुतिन के कड़े फैसले की दिला रहा याद, 2009 का वीडियो खूब हो रहा वायरल
न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से यह कहा गया है यूक्रेनी सेना थक गई है और हालात इतने खराब है कि इसका असर यूक्रेनी सेना की रणनीतियों पर साफ तौर पर नजर आ रहा है। रूस यूक्रेन जंग को लेकर लंदन में जो बड़ी बैठक है इस पर पूरे दुनिया नजर देख रही है इस पर जिसमें स्टामर शामिल हो रहे हैं। की स्टामर मैक्रो शामिल हो रहे हैं। लंदन में बैठक से पहले बोले हैं जेलस्की पीस डील पर बातचीत जारी है। यह जेलस्की की तरफ से बहुत बड़ा बयान। शांति प्रस्ताव पर अमेरिका से अहम बातचीत हुई है। जेलस्की ने यह भी स्वीकार किया है।
होम
पॉलिटिक्स
बिजनेस
ऑटोमोबाइल
जॉब
गैजेट
लाइफस्टाइल
फोटो गैलरी
Others 
prabhasakshi





















