रोहित और कोहली का अनुभव महत्वपूर्ण, लेकिन युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी अविश्वसनीय: Gautam Gambhir
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने विराट कोहली और रोहित शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों का अनुभव टीम के लिए काफी मायने रखता है लेकिन इसके साथ ही युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी अविश्वसनीय रहा है।
कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल में समाप्त हुई एकदिवसीय श्रृंखला में दो शतक और एक अर्धशतक लगाया जबकि रोहित में दो अर्धशतक जमाकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। गंभीर ने उम्मीद जताई कि दोनों दिग्गज खिलाड़ी इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखेंगे।
उन्होंने तीसरे और अंतिम वनडे में भारत की नौ विकेट से जीत के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘वे बेहतरीन खिलाड़ी हैं। मैंने कई बार कहा है कि वे विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं। वे इस प्रारूप के बेहतरीन खिलाड़ी हैं और ड्रेसिंग रूम में उनका अनुभव वास्तव में बहुत मायने रखता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे वही कर रहे हैं जो वे करते रहे हैं। वे भारतीय क्रिकेट के लिए इतने लंबे समय से ऐसा प्रदर्शन करते आ रहे हैं। उम्मीद है कि वे आगे भी इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखेंगे।’’
सीनियर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को विश्राम दिए जाने तथा शुभमन गिल और हार्दिक पंड्या की चोट के कारण अनुपस्थिति ने भारत को कुछ युवा खिलाड़ियों के कौशल को परखने का मौका दिया। गंभीर हर्षित राणा के गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में उभरने से विशेष रूप से प्रसन्न थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम हर्षित जैसे खिलाड़ी को इस तरह से तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं जो वास्तव में नंबर आठ पर बल्लेबाजी करते हुए अपना योगदान दे सके। हमें इसी तरह संतुलन बनाना होगा, क्योंकि दो साल बाद (2027 वनडे विश्व कप के लिए) दक्षिण अफ्रीका दौरे पर हमें तीन अच्छे तेज गेंदबाजों की भी ज़रूरत होगी। अगर वह एक गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में खुद को स्थापित करता है तो यह हमारे लिए अच्छा होगा।’’
गंभीर भी तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और प्रसिद्ध कृष्णा के प्रदर्शन से प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘इस श्रृंखला में अर्शदीप, प्रसिद्ध और हर्षित का प्रदर्शन अविश्वसनीय रहा। इन तीनों के पास विशेषकर 50 ओवर के प्रारूप में बहुत अनुभव नहीं है। उन्होंने मुश्किल से 15 से भी कम वनडे खेले हैं लेकिन उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।
किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहा हूं: Virat Kohli
भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 45 गेंद में नाबाद 65 रन की पारी खेलने के बाद कहा कि वह बिना किसी दबाव के खेल रहे हैं। कोहली तीन मैचों की इस श्रृंखला में 302 रन के साथ सर्वोच्च स्कोरर रहे। पहले दो वनडे में शतक जड़ने के बाद तीसरे मैच में भी अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित करने के बाद उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
भारत ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला को 2-1 से जीता। कोहली ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो इस श्रृंखला में मैं जिस तरह से खेला, वह मेरे लिए सबसे संतोषजनक बात है। मैं वास्तव में किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहा हूं। मैंने पिछले दो-तीन साल से इस तरह नहीं खेला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पता है कि जब मैं इस तरह से बल्लेबाजी करता हूं तो यह टीम की बहुत मदद करता है। इससे मुझे आत्मविश्वास मिलता है कि मैं किसी भी स्थिति को संभालकर मैच का रूख टीम की ओर मोड़ सकता हूं।’’ कोहली ने माना कि एक बल्लेबाज के रूप में अनुभव चाहे कितना भी हो लेकिन ऐसे हालात आते हैं जब मन में संदेह होने लगता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ जब आप इतने लंबे समय तक खेलते हैं (15-16 साल) तो आप कई बार खुद पर संदेह करने लगते हैं। खासकर एक बल्लेबाज के रूप में जब एक गलती आपको आउट करा सकती है। यह एक खिलाड़ी के रूप में बेहतर होने की पूरी यात्रा है। यह आपको एक व्यक्ति के रूप में सुधारता है और यह स्वभाव को भी सुधारता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मैं अब भी टीम के लिए योगदान दे पा रहा हूं। जब मैं इस तरह से खुलकर खेलता हूं तो मुझे पता है कि मैं छक्के मार सकता हूं। ऐसी परिस्थिति में आप हमेशा आत्मविश्वास से भरे रहते हैं। ’’ कोहली ने कहा कि तीन पारियों में से रांची में बनाया गया शतक उनके लिए सबसे खास रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘रांची में पहला (शतक) खास रहा क्योंकि मैंने ऑस्ट्रेलिया के बाद कोई मैच नहीं खेला था। रांची मेरे लिए बहुत खास है और मैं बहुत आभारी हूं कि ये तीनों मैच ऐसे रहे।’’ भारतीय कप्तान लोकेश राहुल ने कहा कि पहले दो मैचों में ओस के कारण गीली आउटफील्ड में गेंदबाजी करने के बाद गेंदबाजों को ब्रेक देना महत्वपूर्ण था।
राहुल ने दक्षिण अफ्रीका को 270 पर आउट करने पर कहा, ‘‘पहले दो मैचों में हमें कठिन परिस्थितियां मिलीं। ऐसे में गीली आउटफील्ड में गेंदबाजों के लिए ब्रेक मिलना अच्छा था। यह पिच बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छी थी लेकिन हम एक साथ कई विकेट चटकाने में सफल रहे।’’
भारत की जीत प्रसिद्ध कृष्णा (66 रन पर चार विकेट) और कुलदीप यादव (41 रन पर चार विकेट) का योगदान भी अहम रहा। राहुल ने अपनी गेंदबाजी इकाई की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘हम बीच के ओवरों में दबाव बना पाए। प्रसिद्ध ने एक स्पैल में तीन विकेट लिए जो वास्तव में महत्वपूर्ण थे और फिर कुलदीप ने आकर एक ओवर में दो विकेट ले गए। वनडे क्रिकेट में आप इसी तरह टीमों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।’’
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने कहा कि उनकी टीम भारत को बड़ा लक्ष्य देने में नाकाम रही। उन्होंने कहा, ‘‘आज हम इसे और भी रोमांचक बनाना चाहते थे। बल्लेबाजी के लिहाज से हमने ज्यादा रन नहीं बनाए। दूधिया रोशनी में खेल आसान हो जाता है। शायद हमें समझदारी से काम लेना चाहिए था क्योंकि हमने जल्दबाजी में विकेट गंवा दिये थे। ’’
उन्होंने भारतीय टीम की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘भारतीय टीम ने अपनी क्षमता दिखाई। उन्हें बधाई। हम और भी ज्यादा समझदारी से खेल सकते थे। आप अगर पहले दो वनडे देखें तो हमने ऐसा किया। आज शायद हालात अलग थे। आप 50 ओवर के मैच में ऑल आउट नहीं होना चाहते। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे बल्लेबाजों को अच्छी शुरुआत मिली लेकिन वे इसे भुनाने में नाकाम रहे। क्विंटन (डिकॉक) ने शतक बनाया मैं भी अहम मौके पर आउट हो गया। भारत के पास अच्छे स्पिनर है और उन पर दबाव बनाना कभी आसान नहीं होता है।
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