अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मार-ए-लागो में रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने पर चर्चा करने के लिए एक शानदार बैठक की। वार्ता के बाद, राष्ट्रपति ट्रम्प ने खुलासा किया कि उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी दो घंटे की 'उत्कृष्ट' फोन कॉल हुई, जिसमें उन्होंने कहा कि शांति समझौता 'काफी करीब आ रहा है, शायद बहुत करीब। ज़ेलेंस्की ने घोषणा की कि 20 सूत्री शांति योजना पर '90% सहमति' बन चुकी है, जबकि ट्रम्प ने आगाह किया कि 'सबसे जटिल विवरण' अभी भी अनसुलझे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने संकेत दिया कि इन वार्ताओं की सफलता कुछ हफ्तों में स्पष्ट हो जाएगी। ट्रम्प ने यह भी बताया कि सुरक्षा गारंटी लगभग अंतिम रूप दे दी गई है, जिसमें यूरोपीय देशों से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। दोनों नेताओं ने स्थिति की जटिलता पर चर्चा की, ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने मौसम के बारे में बात नहीं की बल्कि जीवन बचाने के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
20 सूत्री शांति योजना चर्चा का केंद्र बिंदु
ज़ेलेंस्की द्वारा प्रस्तावित 20 सूत्री शांति योजना वार्ता का मुख्य बिंदु रहने की उम्मीद है। खबरों के अनुसार, इस योजना में रूसी सेनाओं द्वारा यूक्रेन के कई अधिकृत क्षेत्रों से हटने के प्रावधान शामिल हैं और इसमें युद्धोत्तर पुनर्निर्माण और पुनर्प्राप्ति के लिए लगभग 800 अरब डॉलर के अंतर्राष्ट्रीय कोष की स्थापना की रूपरेखा भी दी गई है। हालांकि इस योजना में मॉस्को को सीमित रियायतें दी गई हैं, लेकिन यूक्रेनी अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि संप्रभुता और सुरक्षा गारंटी पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
रूस का यूक्रेन पर हमला जारी
ये वार्ता रूस के नए हमलों की पृष्ठभूमि में हो रही है। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, सप्ताहांत में रूस ने कीव पर ड्रोन और मिसाइल हमले तेज कर दिए, जिनमें कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। ज़ेलेंस्की ने कहा कि वह बैठक के दौरान दीर्घकालिक सुरक्षा गारंटी, वायु रक्षा मिसाइलों की आपूर्ति और रूस पर प्रतिबंधों को और कड़ा करने जैसे प्रमुख मुद्दों को उठाना चाहते हैं। ट्रंप के साथ अपनी बैठक से पहले, ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय साझेदारों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से भी बात की।
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उत्तर-पश्चिम कनाडा के एडमोंटन के एक अस्पताल में आठ घंटे से अधिक समय तक इलाज का इंतजार करते हुए कथित तौर पर हृदय गति रुकने से एक भारतीय मूल के व्यक्ति की मौत के बाद अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने कनाडा की स्वास्थ्य प्रणाली की कड़ी आलोचना की है।
पेशे से अकाउंटेंट प्रशांत श्रीकुमार (44) को 22 दिसंबर को काम के दौरान सीने में तेज दर्द होने के बाद अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उन्हें प्राथमिक उपचार कक्ष में ले जाया गया और फिर प्रतीक्षा कक्ष में बैठा दिया गया।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, आठ घंटे से अधिक समय बीतने के बाद जब प्रशांत को आखिरकार इलाज के लिए बुलाया गया, तो दिल का दौरा पड़ने से कुछ ही सेकंड में उनकी मौत हो गई।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के मालिक मस्क ने एक पोस्ट में कनाडा की स्वास्थ्य प्रणाली की कड़ी आलोचना की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रशांत की पत्नी निहारिका ने शुक्रवार को मांग की कि अस्पताल के कर्मचारियों को जवाबदेह ठहराया जाए।
स्थानीय मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में निहारिका ने कहा, ‘‘मैं प्रशांत के लिए न्याय चाहती हूं।’’
इस बीच, पारिवारिक मित्र और भारतीय समुदाय के नेता वरिंदर भुल्लर ने कहा कि कनाडा की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली बिगड़ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं 30 साल पहले कनाडा आया था, उसकी तुलना में अब स्वास्थ्य सेवा प्रणाली बदतर होती जा रही है।
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