Ballia में विवाद के बाद दुकानदार की गोली मारकर हत्या, पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया
बलिया जिले के रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के राघोपुर गांव में कथित रूप से सामान खरीदने को लेकर हुए विवाद के बाद दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार घटना के सात घंटे के भीतर एक मुठभेड़ में सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने बताया कि पड़ोसी जिले गाजीपुर के कासिमाबाद थाना क्षेत्र के बेलसडी गांव के निवासी संतोष सिंह उर्फ बागी (48) की रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के राघोपुर गांव में शराब की दुकान के बगल में चाय की दुकान थी।
पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार रात करीब दस बजे जब वह अपनी दुकान बंद करके घर जा रहे थे तभी कुछ लोगों से सामान खरीदने को लेकर विवाद हो गया और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। उसने बताया कि संतोष सिंह के सिर और पेट पर गोली लगी थी।
रसड़ा क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) आलोक गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में मृतक के बेटे आदित्य सिंह की तहरीर पर गाजीपुर जिले के कासिमाबाद थाना क्षेत्र के शेखनपुर गांव के निवासी प्रवीण सिंह और दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
सीओ ने बताया कि शुक्रवार सुबह लगभग पांच बजे रसड़ा पुलिस की टीम कोतवाली क्षेत्र के मुंडेरा रोड, कटुहरा में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच कर रही थी। पुलिस टीम द्वारा कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की जांच का प्रयास किया गया, तभी आरोपियों ने पुलिस टीम पर गोली चला दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की और गाजीपुर जिले के कासिमाबाद थाना क्षेत्र के मडहीं गांव के निवासी मंजीत सिंह उर्फ ओम सिंह (27), खजुरगांव के निवासी संदीप सिंह उर्फ गोलू सिंह (23), अतुल सिंह उर्फ बब्बू सिंह (21), प्रभात सिंह उर्फ बंटी (22) और प्रवीण सिंह उर्फ गोलू (27) को गिरफ्तार कर लिया।
सीओ ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान मंजीत सिंह और संदीप सिंह के बाएं पैर में गोली लगी, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन मोटरसाइकिल, देसी तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि अग्रिम कार्रवाई जारी है।
Akhilesh Yadav ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक गांव की उपेक्षा पर उठाये सवाल
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक गांव बटेश्वर की कथित उपेक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को यह बताना चाहिए कि वाजपेयी से जुड़े इस स्थान की अनदेखी क्यों की जा रही है।
यादव ने वाजपेयी की जयंती पर एक्स पर एक पोस्ट में कहा, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जंयती पर उन्हें याद करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी (योगी आदित्यनाथ) का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि उनके (वाजपेयी के) पैतृक स्थान बटेश्वर की उपेक्षा क्यों की जा रही है, क्या इसके पीछे कोई खास कारण है?
उन्होंने पोस्ट में कहा, भाजपा केवल राजनीतिक लाभ के लिए गगनचुंबी मूर्ती तो बनाती है लेकिन सच में किसी के सम्मान में कोई सच्चा स्मारक नहीं बनवाती है। भाजपा की मूर्तियां भी सियासी होती हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। उनका पैतृक गांव बटेश्वर उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित है। उनका निधन 16 अगस्त 2018 को दिल्ली में हुआ था। सरकार उनकी जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाती है।
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