रेपो रेट कटौती के बाद निवेशकों की उलझन, एफडी से पैसा निकालें या बॉन्ड में लगाएं?
आरबीआई की रेपो रेट कटौती से एफडी पर ब्याज दरें घटने का दबाव बढ़ा है। ऐसे में निवेशकों के सामने बॉन्ड्स लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न और विविधता का विकल्प बनकर उभर रहे हैं।
पर्सनल लोन रिफाइनेंसिंग से EMI का बोझ हल्का होगा, ब्याज बचाएं और लें वित्तीय आजादी!
पर्सनल लोन रिफाइनेंसिंग में आप पुराने हाई-इंटरेस्ट लोन को कम ब्याज वाले नए लोन से बदलकर EMI और कुल ब्याज दोनों घटा सकते हैं। यह कदम तब सबसे फायदेमंद होता है जब आपकी इनकम या क्रेडिट स्कोर सुधर चुका हो और नए लेंडर बेहतर रेट और शर्तें देने को तैयार हों।
होम
पॉलिटिक्स
बिजनेस
ऑटोमोबाइल
जॉब
गैजेट
लाइफस्टाइल
फोटो गैलरी
Others 
Moneycontrol





















