न्यू चंडीगढ़ में INDvsSA का टी-20 मैच:स्टेडियम में पहला इंटरनेशनल मुकाबला, युवराज-हरमनप्रीत के नाम पर स्टैंड बनेंगे, ट्रैफिक डायवर्ट
न्यू चंडीगढ़ स्थित महाराज यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आज वीरवार को कड़ी सुरक्षा में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टी-20 मैच खेला जाएगा। इसके लिए टीमें कल, बुधवार को ही स्टेडियम पहुंच गईं थीं। स्टेडियम में यह पुरुष क्रिकेट टीम का पहला इंटरनेशनल मैच है। वहीं, इस दौरान पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) अपने 2 स्टार क्रिकेटरों को खास सम्मान देने जा रही है। 2011 वर्ल्ड कप के हीरो रहे युवराज सिंह और 2025 विमेंस वर्ल्ड कप की कप्तान हरमनप्रीत कौर को दो स्टैंड समर्पित किए जाएंगे। दो स्टैंड उनके नाम पर होंगे। पीसीए प्रवक्ता ने कहा कि दोनों प्लेयर्स ने देश को सम्मान दिलाया है और वे पंजाब की शान रहे हैं। युवराज सिंह और हरमनप्रीत कौर भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। पहली बार महिला क्रिकेटर के नाम पर स्टैंड पंजाब में पहली बार किसी वुमन क्रिकेटर के नाम पर स्टैंड किया जाएगा। जबकि देश में हरमनप्रीत कौर दूसरी ऐसी क्रिकेटर हैं जिन्हें यह सम्मान मिलेगा। 2025 विमेंस वर्ल्ड कप के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज के नाम पर एसीए–वीडीसीए स्टेडियम, विशाखापट्टनम में एक स्टैंड किया गया था। हरमनप्रीत नॉर्थ इंडिया में यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली वुमन क्रिकेटर हैं। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने 2022 में युवराज सिंह के नाम पर आईएस बिंद्रा स्टेडियम में एक टैरेस किया था। 20 सितंबर को हुए सम्मान समारोह में नॉर्थ पवेलियन युवराज सिंह के नाम और साउथ पवेलियन हरभजन सिंह के नाम पर किया गया था। नए स्टेडियम में हरभजन सिंह स्टैंड था और अब युवराज सिंह का नाम भी इसमें शामिल हो रहा है। उनके नाम पर भी स्टैंड किया गया है, जिसका 11 दिसंबर को अनावरण किया जाएगा।
बॉलीवुड में मुझसे मौके छीने गए-प्रियंका चोपड़ा:ब्रिज समिट में बोलीं- शुरुआत में ना कहने का प्रिविलेज नहीं था, अब मेरे पास चुनने का अधिकार है
प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों ही जगह अपनी पहचान बना चुकी हैं। एक्टिंग के अलावा वो हर मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखने के लिए भी जानी जाती हैं। हाल ही में वो अबू धाबी में आयोजित ब्रिज समिट का हिस्सा बनीं। यहां उन्होंने इंडिया में अपने करियर के दौरान मिली चुनौतियों पर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे करियर के शुरुआती फेज में उनके पास ना कहने का प्रिविलेज नहीं था और उनसे अवसर छीन लिए गए थे। प्रियंका ने अपने प्रोफेशनल जर्नी में आए बदलावों के बारे में बात करते हुए कहा- 'ऐसा नहीं था कि मुझे अवसर दिए गए थे, बल्कि मौके मुझसे छीन लिए गए थे। इसलिए मुझे अपनी रणनीति बदलनी पड़ी। एक साल ऐसा भी था जब मेरी छह फिल्में लगातार फ्लॉप हो गईं। लोग मुझे कास्ट करने से डरने लगे क्योंकि फिल्म अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगी। इसलिए हारने के डर से, मुझे अपनी कंफर्टेबल स्थिति को छोड़कर कुछ नया करने की कोशिश करनी पड़ी। मुझे अवसर बनाने पड़े। मेरे बदलाव कभी भी पसंद के आधार पर नहीं थे। वे काफी हद तक सर्वाइवल के लिए थे।' उन्होंने आगे कहा- 'जब मैंने पहली बार काम करना शुरू किया, तो मैंने हर चीज के लिए हां कह दी क्योंकि हर मौका एक प्रिविलेज था। काम मिलना ही मुश्किल था। मैंने हर अवसर को स्वीकार किया। लगातार यात्रा करती रही और परिवार के कई जरूरी पलों को मिस किया क्योंकि काम ठुकराना मेरे लिए कोई विकल्प ही नहीं था। अब मुझे चुनने का अधिकार है। अब मैं सोच-समझकर हां कहती हूं। मैं फायदे और नुकसान का आकलन करती हूं। मैं अपने परिवार, अपनी मेंटल पीस और अपने लॉन्ग टर्म होने वाले प्रभाव के बारे में सोचती हूं। इसी तरह आप अपने फ्यूचर के ऑप्शन को सुरक्षित रख सकते हैं।' प्रियंका की अपकमिंग प्रोजेक्ट्स की बात करें तो पहली एसएस राजामौली के साथ उनकी फिल्म 'वाराणसी' और दूसरी अमेरिकी जासूसी एक्शन ड्रामा 'सिटाडेल' का दूसरा सीजन है। 'वाराणसी' फिल्म फिलहाल अंडर प्रोडक्शन में है और इसमें महेश बाबू और पृथ्वीराज सुकुमारन भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। इस फिल्म के जरिए प्रियंका लंबे समय बाद भारतीय स्क्रीन पर वापसी कर रही हैं। यह फिल्म साल 2027 के मकर संक्रांति पर रिलीज होगी।
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