मेडल पहनते ही ट्रंप को लगा करंट, मोदी-पुतिन की छूट जाएगी हंसी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ऐसा करंट लगा है जिसने उनके अहंकार को जलाकर राख कर दिया है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप के साथ जो हुआ है उसने अमेरिका और यूरोप में बवाल मचा दिया है। अमेरिका और यूरोप के लोग डोनाल्ड ट्रंप पर इतना भड़क गए हैं कि उन्हें देशद्रोही बोल रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप को रूसी नागरिक तक बोल रहे हैं। सोशल मीडिया पर ट्रंप इज ट्रेटर और ट्रंप इस रशियन नाम के ट्रेंड चल रहे हैं। पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप को कैसे कर्मों का फल मिला है उसे देखकर भारत के लोगों को सबसे ज्यादा सुकून मिलेगा। ट्रंप ने एक ही समय पर अपने दोनों पैर कुल्हाड़ी पर जाकर मारे हैं। ट्रंप ने दुनिया में क्या दो बवाल खड़े कर दिए हैं वो आपको इस वीडियो में बताते हैं।
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दुनिया का सबसे पॉपुलर स्पोर्ट फुटबॉल कराने वाली फुटबॉल एजेंसी फीफा ने डोनाल्ड ट्रंप को कई जंग रुकवाने के लिए शांति का पुरस्कार दे दिया। लेकिन इसके बाद जो हुआ उसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। शांति का यह अवार्ड पाने के लिए डॉन्ड ट्रंप इतने उतावले दिखे कि वो खुद ही मेडल पर लपक पड़े और खुद ही मेडल पहन भी लिया। मेडल पहनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत पाकिस्तान के बीच सीज फायर कराने का क्रेडिट खाया। इसके अलावा डॉन्ड ट्रंप ने कहा कि मैंने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच जंग रुकवाई। ऐसी ही कई जंग मैंने रुकवाई।
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लेकिन ट्रंप को पता नहीं था कि मेडल पहनते ही उन्हें झटका लगने वाला है। दरअसल जैसे ही डोनाल्ड ट्रंप ने मेडल पहना उसके कुछ ही घंटों बाद कंबोडिया और थाईलैंड में एक बार फिर जंग शुरू हो गई। थाईलैंड ने कंबोडिया पर एयर स्ट्राइक कर दी। जिसका जवाब कंबोडिया ने भी दिया। मजे की बात देखिए कि 2 महीने पहले ही ट्रंप ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीज फायर साइन करवाया था। डॉनल्ड ट्रंप दुनिया के सामने छाती पीट कर कह रहे थे कि देखिए मेरी ताकत और मजे की बात देखिए कि थाईलैंड ने कंबोडिया पर एयर स्ट्राइक कर दी। आपको बता दें कि एक शिव मंदिर के लिए कंबोडिया और थाईलैंड के बीच दशकों से जंग चल रही है और अब कुछ समय की शांति के बाद यह जंग दोबारा भड़क गई है।
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दोंनों पक्ष एक-दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगा रहे हैं। ट्रंप ने नवंबर के मध्य में कहा था कि उन्होंने दोनों देशों के बीच युद्ध को रुकवा दिया है जबकि तनाव अब भी बना हुआ है। रविवार को सीमा पर एक और झड़प हुई, जिसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे पर पहले गोली चलाने का आरोप लगाया। थाई सेना ने कहा कि कंबोडियाई गोलीबारी में उसके दो सैनिक घायल हुए और उसके जवाब में थाई सैनिकों ने पलटवार किया। दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी का यह सिलसिला लगभग 20 मिनट तक चला। कंबोडिया ने कहा कि पहले गोलीबारी थाई पक्ष ने की और उसके सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई नहीं की।
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अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने एक बार फिर राजनीतिक बहस में उलझते हुए घोषणा की है कि बड़े पैमाने पर प्रवासन अमेरिकी सपने की चोरी है। यह बात इंटरनेट पर तुरंत चर्चा का विषय बन गई, पाखंड के आरोप लगने लगे और नाश्ते से पहले हजारों मीम्स जारी हो गए। वेंस ने इस सप्ताह यह घोषणा करके राजनीतिक खलबली मचा दी कि सामूहिक प्रवासन अमेरिकी सपने की चोरी है, जिसे आलोचकों ने तुरंत पाखंडी करार दिया क्योंकि उनकी पत्नी उषा, भारतीय प्रवासियों की अमेरिकी मूल की बेटी हैं।
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वेंस ने एक्स पर एक पोस्ट में यह दावा किया था, जिसमें उन्होंने चेतावनी दी थी कि आप्रवासी अमेरिकी श्रमिकों के अवसरों को छीन रहे हैं, तथा आरोप लगाया था कि जो भी अध्ययन इसके विपरीत कहते हैं, वे पुरानी व्यवस्था से अमीर बन रहे लोगों द्वारा वित्तपोषित हैं। एक यूजर ने तुरंत जवाब दिया इसका मतलब है कि आपको उषा, उसके भारतीय परिवार और अपने द्विजातीय बच्चों को वापस भारत भेजना होगा। हवाई जहाज़ के टिकट खरीदते समय हमें बताएँ। आपको खुद उदाहरण पेश करना होगा।
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इस बीच, व्यापक आव्रजन प्रतिबंध जारी है। ट्रम्प प्रशासन ने 19 "उच्च-जोखिम" वाले देशों से आने वाले आव्रजन आवेदनों पर व्यापक रोक लगा दी है, जिससे लाखों लोगों के ग्रीन कार्ड, शरण के दावे और नागरिकता के अनुरोध रुक गए हैं। यूएससीआईएस का कहना है कि यह कदम वाशिंगटन डीसी में एक अफ़ग़ान शरणार्थी द्वारा नेशनल गार्ड के एक सदस्य की गोली मारकर हत्या के बाद सुरक्षा चिंताओं से जुड़ा है, जबकि अप्रवासी परिवारों का तर्क है कि यह सामूहिक दंड के समान है, जिसे नीतिगत रूप से प्रस्तुत किया जा रहा है।
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