BAPS संस्था के प्रमुख स्वामी महाराज ने नर में नारायण को देखने का सिद्धांत साकार किया : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को यहां कहा कि बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के प्रमुख स्वामी महाराज ने भक्ति और सेवा को जोड़ा और नर में नारायण को देखने के वैदिक सिद्धांत को साकार किया।
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था द्वारा आयोजित प्रमुख वर्णी अमृत महोत्सव में अपने संबोधन के दौरान शाह ने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज ने आध्यात्मिकता एवं वैष्णव दर्शन को व्यापक और व्यावहारिक बनाया।
शाह ने कहा, ‘‘प्रमुख स्वामी महाराज ने भक्ति और सेवा को जोड़ा और नर में नारायण के वैदिक सिद्धांत को साकार किया। कर्म और करुणा के माध्यम से प्रमुख स्वामी महाराज ने दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने की प्राचीन ऋषि संस्कृति को पुनर्जीवित किया। इसके साथ ही उन्होंने संपूर्ण सनातन धर्म के लिए एक महान कार्य किया। उन्होंने बिना कोई विशिष्ट शिक्षा दिए ही सनातन धर्म के विभिन्न संप्रदायों में संतत्व का सार स्थापित किया।’’
तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन यहां साबरमती रिवरफ्रंट पर 2025 में प्रमुख स्वामी महाराज की बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम संस्था (बीएपीएस) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया है। कार्यक्रम में शाह के अलावा, बीएपीएस प्रमुख महंत स्वामी महाराज और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
Odisha के Gahirmatha Sanctuary में मछली पकड़ने के आरोप में 34 लोग गिरफ्तार
ओडिशा के वन अधिकारियों ने केंद्रपाड़ा जिले के गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य से 34 मछुआरों को गिरफ्तार किया है और मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दो नौकाएं भी जब्त की हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
वन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, ये गिरफ्तारियां पिछले 48 घंटों में की गईं। आरोप है कि मछुआरे प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ रहे थे। भितरकनिका के सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) मानस दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अभयारण्य के निषिद्ध क्षेत्रों में पहुंचे मछुआरों की नौकाएं वन गश्ती दलों ने जब्त कर ली हैं।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार मछुआरे बालासोर और मयूरभंज जिलों के निवासी हैं। बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दास ने बताया कि नौकाएं अभयारण्य के प्रतिबंधित गलियारों तक घुस आईं और उन्होंने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, ओडिशा समुद्री मत्स्य विनियमन अधिनियम और समुद्री अभयारण्य से जुड़े अनिवार्य नियमों का उल्लंघन किया।
वन अधिकारियों के अनुसार, ओलिव रिडले समुद्री कछुओं के प्रजनन क्षेत्रों में मछली पकड़ने के आरोप में अब तक लगभग 200 मछुआरों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राज्य सरकार ने लुप्तप्राय ओलिव रिडले कछुओं के प्रजनन काल को ध्यान में रखते हुए एक नवंबर से धामरा से देवी नदी के मुहाने तक 20 किलोमीटर के इलाके में सात महीने के लिए मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगाया है। हालांकि, गहिरमाथा को समुद्री अभयारण्य का दर्जा प्राप्त होने के कारण यहां यह प्रतिबंध पूरे वर्ष लागू रहता है।
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