Odisha के Gahirmatha Sanctuary में मछली पकड़ने के आरोप में 34 लोग गिरफ्तार
ओडिशा के वन अधिकारियों ने केंद्रपाड़ा जिले के गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य से 34 मछुआरों को गिरफ्तार किया है और मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दो नौकाएं भी जब्त की हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
वन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, ये गिरफ्तारियां पिछले 48 घंटों में की गईं। आरोप है कि मछुआरे प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ रहे थे। भितरकनिका के सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) मानस दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अभयारण्य के निषिद्ध क्षेत्रों में पहुंचे मछुआरों की नौकाएं वन गश्ती दलों ने जब्त कर ली हैं।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार मछुआरे बालासोर और मयूरभंज जिलों के निवासी हैं। बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दास ने बताया कि नौकाएं अभयारण्य के प्रतिबंधित गलियारों तक घुस आईं और उन्होंने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, ओडिशा समुद्री मत्स्य विनियमन अधिनियम और समुद्री अभयारण्य से जुड़े अनिवार्य नियमों का उल्लंघन किया।
वन अधिकारियों के अनुसार, ओलिव रिडले समुद्री कछुओं के प्रजनन क्षेत्रों में मछली पकड़ने के आरोप में अब तक लगभग 200 मछुआरों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राज्य सरकार ने लुप्तप्राय ओलिव रिडले कछुओं के प्रजनन काल को ध्यान में रखते हुए एक नवंबर से धामरा से देवी नदी के मुहाने तक 20 किलोमीटर के इलाके में सात महीने के लिए मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगाया है। हालांकि, गहिरमाथा को समुद्री अभयारण्य का दर्जा प्राप्त होने के कारण यहां यह प्रतिबंध पूरे वर्ष लागू रहता है।
Supreme Court ने IndiGo की उड़ानें रद्द किए जाने संबंधी याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार किया
उच्चतम न्यायालय ने इंडिगो की ओर से सैकड़ों उड़ानें रद्द किए जाने के मामले में न्यायिक हस्तक्षेप के अनुरोध वाली याचिका पर सोमवार को तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया और कहा कि केंद्र ने स्थिति का संज्ञान लिया है और इसके समाधान के लिए कदम उठाए हैं।
शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि वह इस तथ्य से अवगत है कि लाखों लोग विभिन्न हवाई अड्डों पर परेशानी झेल रहे हैं। प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा, “यह एक गंभीर मामला है। लाखों लोग हवाई अड्डों पर परेशानी झेल रहे हैं। हम जानते हैं कि भारत सरकार ने समय पर कार्रवाई की है और इस मुद्दे का संज्ञान लिया है। हम समझते हैं कि लोगों को स्वास्थ्य संबंधी और अन्य महत्वपूर्ण समस्याएं हो सकती हैं।”
एक वकील ने इस मुद्दे का उल्लेख किया और कहा कि पिछले कुछ दिनों में इंडिगो द्वारा कई उड़ानें रद्द की गई हैं और यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा, “उड़ानों के रद्द होने की सूचना यात्रियों को नहीं दी गई।’’ उन्होंने यह भी कहा कि देशभर के 95 हवाई अड्डों पर लगभग 2,500 उड़ानों में देरी के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है।
सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान सातवें दिन भी जारी रहा और सोमवार को विमानन कंपनी ने दिल्ली और बेंगलुरु हवाई अड्डों से 250 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं।
दिल्ली हवाई अड्डे से कुल 134 उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें रवाना होने वाली 75 और पहुंचने वाली 59 उड़ानें शामिल हैं। बेंगलुरु हवाई अड्डे से 127 उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें रवाना होने वाली 62 और पहुंचने वाली 65 उड़ानें शामिल हैं।
इंडिगो दो दिसंबर से सैकड़ों उड़ानें रद्द करने को लेकर सरकार और यात्रियों दोनों की तीखी आलोचना झेल रही है। कंपनी ने इसके लिए पायलटों की नयी उड़ान ड्यूटी और नियमों में बदलाव का हवाला दिया है। उड़ानें रद्द होने के कारण लाखों यात्री देशभर के हवाई अड्डों पर फंस गए हैं।
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