बच्चों की टॉफी जिद का हेल्दी तोड़: घर पर बनाएं चुकंदर-आंवला कैंडी, सेहत संग स्वाद का संगम
अगर आपके बच्चे भी दिनभर चॉकलेट-टॉफी, कैंडी खाने की जिद करते हैं, चाहे कितना भी मना कर लें लेकिन फिर भी पैरेंट्स को देना ही पड़ता है। अब आप कैंडी का हेल्दी वर्जन घर में ही तैयार कर सकते हैं। इसका खट्टा-मीठा स्वाद सबको पसंद आएगा। बस एक बार घर पर ये आंवला और चुकंदर से बनी कैंडी बनाकर रख दें। बच्चे बार-बार मांगकर खाएंगे ये कैंडी। इससे ना केवल बच्चे मार्केट की अनहेल्दी शुगर वाली कैंडी खाने से बचेंगे बल्कि आंवला और चुकंदर के फायदे भी उन्हें मिल जाएंगे। आइए आपको बतातें इसे कैसे बनाएं।
आंवला-चुकंदर कैंडी बनाने की सामग्री
- आधा किलो आंवला
- एक से दो चुकंदर
- एक कप चीनी या मिश्री
- काला नमक
- सफेद मिर्च पाउडर
- नींबू का रस
आंवला-चुकंदर कैंडी बनाने की रेसिपी
- इसके लिए आंवले के पहले अच्छे से धो लें।
- चुकंदर को छीलकर धो लें और दो टुकड़ों में काट लें।
- अब स्टीमर में आंवला और चुकंदर को पकाएं।
- यदि आप स्टीमर ना हो तो चलनी पर चुकंदर और आंवला लें और भगोने में पानी भरकर उसी के ऊपर रखकर ढंक दें। धीरे-धीरे पानी गर्म होगा तो भाप से दोनों चीज पक जाएगी।
- आंवला और चुकंदर पककर नर्म हो जाए तो इसे भाप से हटा लें और थोड़ा ठंडा हो जाने दें।
- अब मिक्सी के जार में इनका पेस्ट तैयार कर लें। ध्यान रहे कि पेस्ट बनाने के लिए पानी का इस्तेमाल ना के बराबर करें।
- पैन में थोड़ा सा घी या तेल डालकर गर्म करें। बस इस इतना की बर्तन की तली चिकनी रहे और पेस्ट डालते ही जलने ना लगे।
- इस पेस्ट को धीमे फ्लेम पर भूनें। इसके साथ ही इसमें एक कप पिसी हुई मिश्री या चीनी डाल दें।
- अब इसके साथ ही नींबू का रस, कला नमक और सफेद मिर्च पाउडर भी डाल दें।
- सारी चीजों को तब तक भूनें जब तक कि ये सूखकर बिल्कुल इक्ट्ठा ना होने लगे।
- जब ये हाथ में लेने पर इक्ट्ठा गोल होने लगे तो गैस बंद कर दें और थोड़ा इसे ठंडा होने दें।
- इन सारे पेस्ट की छोटी-छोटी गोल या चौकोर शेप देकर कैंडी तैयार कर लें।
- किसी प्लेट में पिसी चीनी या मिश्री लें और उसमे इन सारी गोलियों को घुमा दें। जिससे ऊपर से लिपट जाएं और बस तैयार हैं मजेदार खट्टी-मिट्टी बीटरुट कैंडी।
- बच्चों का मार्केट जैसा फील देने के लिए आप इन गोलियों को क्लिंज रैप वाली पॉलीथिन में रैंप कर सकते हैं और तैयार है मार्केट वाली टॉफी।
दावा- हादी के हत्यारे मेघालय बॉर्डर के रास्ते भारत भागे:बांग्लादेश पुलिस बोली- स्थानीय सहयोगियों की मदद से सीमा पार गए, जल्द हिरासत में लेंगे
भारत और शेख हसीना विरोधी बांग्लादेशी नेता उस्मान हादी की हत्या के मामले में दो मुख्य संदिग्ध भारत में छिपे हो सकते हैं। बांग्लादेशी मीडिया द डेली स्टार के मुताबिक हादी के हत्यारे मेघालय बॉर्डर के रास्ते भारत भागे। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) ने डेली स्टार को यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एसएन नजरुल इस्लाम ने मीडिया को बताया कि संदिग्ध फैसल करीम मसूद और आलमगीर शेख मैमनसिंह जिले के हलुआघाट बॉर्डर के रास्ते भारत के मेघालय राज्य में चले गए। पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हमारी जानकारी के अनुसार ये दोनों स्थानीय सहयोगियों की मदद से सीमा पार करने में कामयाब हुए। हम भारतीय अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। आरोपी जल्द गिरफ्तार होंगे।' दावा- आरोपियों की मदद करने वाले हिरासत में लिए गए संदिग्ध भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित हलुआघाट सीमा के रास्ते भारत में दाखिल हुए। सीमा पार करने के बाद उन्हें सबसे पहले पूर्ति नामक आदमी ने रिसीव किया। बाद में सामी नामक एक टैक्सी चालक उन्हें मेघालय के तुरा शहर ले गया।" अधिकारी ने आगे बताया कि फरार आरोपियों की मदद करने वाले इन दोनों व्यक्तियों को भारतीय अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है। बांग्लादेश सरकार इन संदिग्धों को वापस लाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। हालांकि, भारत सरकार ने अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम भारतीय अधिकारियों से औपचारिक और अनौपचारिक दोनों चैनलों के माध्यम से संपर्क बनाए हुए हैं। हम इनकी गिरफ्तारी जल्द से जल्द करने की कोशिश में जुटे हैं। इस मामले में पुलिस सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है। बांग्लादेश ने आरोपी के भारत भागने का दावा किया था बांग्लादेशी सुरक्षाबल पहले भी आरोपी फैसल करीम के भारत भागने का दावा कर चुकी है। बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक हत्यारों को ट्रांसपोर्टेशन में सपोर्ट करने वाले आरोपी सिबियन डियू और संजय चिसिम ने अदालत में इसका खुलासा किया है। बांग्लादेशी सुरक्षाबलों के मुताबिक आरोपी फैसल करीम हादी की हत्या से एक दिन पहले गर्लफ्रेंड के साथ एक रिसॉर्ट में गया था। वहां उसने गर्लफ्रेंड को कहा था- कल कुछ ऐसा होगा, जिससे बांग्लादेश हिल जाएगा। साथ ही हादी का वीडियो भी दिखाया था। हादी की हत्या के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं हादी की हत्या के विरोध में बांग्लादेश में 18 दिसंबर से प्रदर्शन हो रहे हैं। उस्मान हादी के समर्थकों और छात्र संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ढाका के अंदर और बाहर के कई जिलों में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने देश के सबसे बड़े अखबार डेली स्टार और प्रोथोम आलो के कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की थी। इसके अलावा, शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी के घर में तोड़फोड़ की गई और उसे आग लगा दी गई थी। यूनुस सरकार को 30 दिनों की टाइमलाइन बांग्लादेश के इंकलाब मंच के सचिव अब्दुल्लाह अल जाबेर ने यूनुस सरकार को हादी के हत्यारों को पकड़ने के लिए 30 दिनों की टाइमलाइन दे रखा है। टाइमलाइन के भीतर सरकार से हत्यारों की पहचान और गिरफ्तारी की मांग की गई है। जाबेर ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश की संप्रभुता को नष्ट करने की गहरी साजिश चल रही है। जाबेर ने सरकार के सामने दो मुख्य मांगें रखीं है, जिसमें पहली, हादी की हत्या में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी और दूसरी अवामी लीग से जुड़े सिविल-मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंटों की गिरफ्तारी। 12 दिसंबर- हादी को बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारी उस्मान हादी को राजधानी ढाका में 12 दिसंबर को गोली मारी गई थी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वह रिक्शे पर जा रहे थे तभी बाइक सवार हमलावर ने उन्हें गोली मारी थी। हादी को तुरंत ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, बाद में इलाज के लिए उन्हें सिंगापुर रेफर किया गया था। जहां 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमले से कुछ घंटे पहले उस्मान हादी ने ग्रेटर बांग्लादेश का एक मैप शेयर किया था, इसमें भारतीय इलाके (7 सिस्टर्स) शामिल थे। हादी ढाका से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले थे हादी इस्लामी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता थे और चुनाव में ढाका से निर्दलीय उम्मीदवार थे। इंकलाब मंच अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन के बाद एक संगठन के रूप में उभरा। इसने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग की सरकार को गिरा दिया था। यह संगठन अवामी लीग को आतंकवादी करार देते हुए पूरी तरह खत्म करने और नौजवानों की सुरक्षा की मांग को लेकर सक्रिय रहा। यह संगठन राष्ट्रीय स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा पर जोर देता है। मई 2025 में अवामी लीग को भंग करने और चुनावों में अयोग्य ठहराने में इस संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। ---------------------------- हादी की हत्या से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... भाई का आरोप- हादी की हत्या यूनुस सरकार ने करवाई: ऐसा चुनाव रोकने के लिए किया; बांग्लादेश में 2 महीने में इलेक्शन होने हैं भारत और शेख हसीना विरोधी बांग्लादेशी नेता उस्मान हादी की हत्या के मामले में उनके भाई शरीफ उमर हादी ने यूनुस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पूरी खबर पढ़ें...
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