यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के तरीकों पर अमेरिकी दूतों के साथ हुई बातचीत का सकारात्मक मूल्यांकन किया है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि गुरुवार को स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनर के साथ लगभग एक घंटे तक चली बातचीत से वास्तविक शांति को करीब लाने के लिए प्रारूप, बैठकों और समय के संदर्भ में नए विचार सामने आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे निकट भविष्य में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ एक और बैठक करेंगे।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि वह रूस के साथ संघर्ष समाप्त करने के लिए अमेरिका के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति पर पहुंच गए हैं। रूस-यूक्रेन के बीच करीब चार साल से संघर्ष चल रहा है। जेलेंस्की ने साथ ही कहा कि यूक्रेन के पूर्वी औद्योगिक केंद्र में क्षेत्रीय नियंत्रण और जापोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के प्रबंधन से संबंधित मुद्दों का अब भी हल नहीं हो सका है। इस सप्ताह की शुरुआत में ज़ेलेंस्की ने फ्लोरिडा में अमेरिकी और यूक्रेनी दूतों द्वारा सहमत 20 सूत्री शांति योजना के अद्यतन विवरण दिए। क्रेमलिन ने कहा कि वह एक रूसी दूत द्वारा अमेरिका से लाए गए प्रस्तावों का विश्लेषण कर रहा है।
ट्रम्प और उनके दूत यूक्रेन और रूस दोनों के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि उस युद्ध को समाप्त करने के लिए एक समझौता हो सके जो फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए पूर्ण आक्रमण से शुरू हुआ था। हाल के दिनों में कुछ प्रगति दिखाई दी है, क्योंकि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने विटकॉफ और ट्रम्प के दामाद कुशनर द्वारा प्रस्तुत अच्छे विचारों की प्रशंसा की है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि उनके देश की कूटनीति के लिए यह एक सक्रिय दिन था, क्योंकि उन्होंने अमेरिकी दूतों के साथ विस्तार से चर्चा की। उन्होंने स्वीकार किया कि संवेदनशील मुद्दों पर अभी भी काम करना बाकी है लेकिन उन्होंने कहा कि अमेरिकी टीम के साथ मिलकर, हम समझते हैं कि इन सभी को कैसे लागू किया जाए। ज़ेलेंस्की ने आगे कहा कि यूक्रेन के शीर्ष वार्ताकार रुस्तम उमेरोव, जो देश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी हैं, अमेरिकी टीम के साथ बातचीत जारी रखेंगे।
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भारत ने बुथाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष में एक हिंदू देवता की मूर्ति को ध्वस्त किए जाने पर चिंता व्यक्त की। नई दिल्ली ने कहा कि इस तरह के अपमानजनक कृत्यों से दुनिया भर में अनुयायियों की भावनाएं आहत होती हैं, साथ ही उसने थाईलैंड और कंबोडिया दोनों से संवाद और कूटनीति के माध्यम से अपने सीमा विवाद को हल करने का आग्रह किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा हमें हाल ही में निर्मित एक हिंदू धार्मिक देवता की मूर्ति को ध्वस्त किए जाने की खबरें मिली हैं, जो थाई-कंबोडिया सीमा विवाद से प्रभावित क्षेत्र में स्थित थी।
गौरतलब है कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच एक हिंदू देवता की मूर्ति को तोड़े जाने की घटना सामने आई है। यह मूर्ति हाल के वर्षों में बनाई गई थी और उस इलाके में स्थित थी, जो दोनों देशों के बीच जारी सैन्य संघर्ष से प्रभावित है। ताजा घटनाक्रम में धार्मिक प्रतीक को नुकसान पहुंचने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता जताई जा रही है। भारत ने इस घटना पर कड़ी चिंता जाहिर की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हिंदू और बौद्ध देवता पूरे क्षेत्र में गहरी श्रद्धा के साथ पूजे जाते हैं और यह साझा सभ्यतागत विरासत का हिस्सा हैं। किसी भी तरह के क्षेत्रीय दावे हों, लेकिन इस तरह के अपमानजनक कृत्य दुनिया भर के श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत करते हैं और ऐसा नहीं होना चाहिए।
थाईलैंड और कंबोडिया के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बुधवार को युद्धविराम को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से बातचीत शुरू की, दोनों पक्षों द्वारा लगभग तीन सप्ताह से चल रही घातक सीमा लड़ाई को रोकने की कोशिश करने पर सहमति जताने के कुछ दिनों बाद यह वार्ता शुरू हुई। कूटनीतिक प्रयासों के बावजूद, हाल के हफ्तों में लड़ाई जारी रही है। थाईलैंड और कंबोडिया ने एक-दूसरे पर अक्टूबर में हुए उन्नत युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जिसमें सैनिकों और भारी हथियारों को वापस बुलाने और विवादित क्षेत्रों में बारूदी सुरंगों को हटाने की प्रतिबद्धताएं शामिल थीं।
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