भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर बताया कि 2023 वनडे विश्व कप फाइनल की हार के बाद उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने तक का मन बना लिया था। उनका कहना है कि उस समय उन्हें लगा था कि इस खेल ने उनसे सब कुछ छीन लिया है और देने के लिए उनके पास कुछ भी नहीं बचा है।
बता दें कि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 2023 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था। टीम ने घरेलू मैदानों पर लगातार नौ मुकाबले जीतते हुए फाइनल तक का सफर तय किया था। हालांकि, अहमदाबाद में खेले गए खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सपनों पर पानी फेर दिया था। ट्रैविस हेड की शतकीय पारी ने उस मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया था, जो आज भी भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक दर्दनाक याद बनी हुई है।
मौजूद जानकारी के अनुसार, 21 दिसंबर को आयोजित एक कार्यक्रम में रोहित शर्मा ने कहा कि फाइनल के बाद वह पूरी तरह टूट चुके थे। उन्होंने स्वीकार किया कि उस समय उन्हें क्रिकेट खेलने की कोई इच्छा नहीं बची थी। उनके शब्दों में, उन्होंने कप्तान बनने के बाद से ही नहीं, बल्कि उससे भी पहले से उस विश्व कप के लिए खुद को पूरी तरह झोंक दिया था, इसलिए हार का असर बेहद गहरा रहा।
गौरतलब है कि रोहित ने बताया कि उस निराशा से उबरने में उन्हें वक्त लगा। धीरे-धीरे उन्होंने खुद को याद दिलाया कि क्रिकेट वही चीज है जिससे उन्हें सबसे ज्यादा प्यार है। समय के साथ उनकी ऊर्जा लौटी और उन्होंने मैदान पर फिर से खुद को खड़ा किया।
रोहित शर्मा ने यह भी स्वीकार किया कि पूरी टीम उस हार से सदमे में थी और किसी को समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा कैसे हो गया। व्यक्तिगत तौर पर यह उनके करियर का सबसे कठिन दौर रहा है, क्योंकि 2022 में कप्तानी संभालने के बाद से उनका एकमात्र लक्ष्य विश्व कप जीतना ही था।
बता दें कि रोहित शर्मा टी20 अंतरराष्ट्रीय और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और इसी साल उन्हें वनडे कप्तानी से भी हटाया गया था। इसके बावजूद वह अब भी 50 ओवर के प्रारूप में खेल रहे हैं और उनकी इच्छा है कि 2027 विश्व कप के रूप में उन्हें एक आखिरी मौका मिले, जहां वह अपने करियर को एक संतोषजनक अंत तक पहुंचा सकें।
गौरतलब है कि 2023 की उस हार के एक साल के भीतर ही रोहित शर्मा ने भारतीय टीम को अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले गए 2024 टी20 विश्व कप का खिताब दिलाया था। हालांकि उन्होंने माना कि नवंबर 2023 की पीड़ा से उबरना आसान नहीं था और उसमें कई महीने लगे।
उन्होंने कहा कि जब कोई खिलाड़ी किसी लक्ष्य में अपना सब कुछ लगा देता है और नतीजा नहीं मिलता, तो ऐसी प्रतिक्रिया स्वाभाविक होती है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी समझा कि जीवन वहीं खत्म नहीं होता है। उस दौर ने उन्हें निराशा से निपटना, खुद को रीसेट करना और नए सिरे से शुरुआत करना सिखाया।
रोहित शर्मा के मुताबिक, उस समय यह सोचना आसान नहीं था, लेकिन उन्हें पता था कि आगे 2024 का टी20 विश्व कप आने वाला है और उन्हें अपना पूरा ध्यान उसी पर लगाना है, यही सोच उन्हें फिर से आगे बढ़ने की ताकत देती रही।
Continue reading on the app
भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में 3-1 से जीत दर्ज की। भारतीय टीम ने खेले गए सभी चार मैचों में दमदार प्रदर्शन किया और अब वे अगले साल फरवरी और मार्च में होने वाले टी20 खिताब के बचाव के लिए तैयार हैं। अब भारत के पास 7 फरवरी से शुरू होने वाले विश्व कप से पहले सिर्फ एक टी20 सीरीज बची है। इस बीच, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। 15 सदस्यीय टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव करेंगे, हालांकि शुभमन गिल को टीम से बाहर कर दिया गया है, इसलिए उनके उप-कप्तान अक्षर पटेल होंगे।
गिल को सलामी बल्लेबाज बनाने की रणनीति भारत के लिए कारगर साबित नहीं हुई, इसलिए उन्हें संजू सैमसन को शीर्ष पर रखने की रणनीति पर लौटना पड़ा। संजू सैमसन पहली पसंद के विकेटकीपर हैं और ईशान किशन उनके बैकअप हैं। हालांकि, किशन और भारतीय टीम के अन्य सदस्यों को अब ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच न खेलने के कारण सीमित अवसर ही मिलेंगे। भारत अगले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर व्हाइट-बॉल सीरीज के लिए मैदान में उतरेगा। भारतीय टीम 11 जनवरी से न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की मेजबानी करेगी, जिसके बाद 21 जनवरी से ब्लैककैप्स के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज खेली जाएगी।
पहला वनडे वडोदरा के बीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा, जबकि दूसरा वनडे 14 जनवरी को राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में होगा। फाइनल मैच 18 जनवरी को इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की शुरुआत 21 जनवरी से होगी। पहला मैच विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा, इसके बाद दूसरा मैच 23 जनवरी को रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होगा।
इसके बाद, मैचों का सिलसिला गुवाहाटी में तीसरे मैच के लिए पहुंचेगा, जो 25 जनवरी को बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। चौथा मैच 28 जनवरी को एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में होगा। अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 31 जनवरी को तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जाएगा। 7 फरवरी को शुरू होने वाले टी20 विश्व कप 2026 से पहले भारत के लिए यह आखिरी सीरीज होगी।
Continue reading on the app