गोवा के नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट, 23 की मौत:मरने वालों में 3-4 टूरिस्ट समेत ज्यादातर क्लब स्टाफ; आज FSL टीम जांच करेगी
गोवा के अरपोरा इलाके में शनिवार देर रात एक नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट होने से 23 लोगों की मौत हो गई। घायलों की संख्या अभी सामने नहीं आई है। पुलिस के मुताबिक आग रात करीब 12 बजे लगी। घटना की सूचना मिलते ही गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और लोकल MLA माइकल लोबो मौके पर पहुंचे। सीएम ने बताया कि मरने वालों में तीन महिलाएं और 3-4 टूरिस्ट शामिल हैं। उन्होंने कहा कि तीन की मौत जलने और बाकी लोगों की मौत दम घुटने से हुई है। हादसे की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल शुरुआती जानकारी से पता चला है कि नाइट क्लब ने फायर सेफ्टी नियमों का पालन नहीं किया गया था। मौके पर पहुंची दमकल की कई गाड़ियों से क्लब में लगी आग पर काबू पा लिया गया है। घटनास्थल पर प्रशासन के सीनियर अधिकारी मौजूद हैं। आज सुबह फॉरेंसिक (FSL) टीम आग लगने की असल वजह की जांच करेगी। घटना से जुड़ी 4 तस्वीरें... किचन से शुरू हुई आग, सीढ़ियों पर मिले शव गोवा के डीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि 23 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। मरने वालों में ज्यादातर क्लब में काम करने वाले कर्मचारी थे। डीजीपी ने कहा- आग सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर में बनी रसोई से क्लब के दूसरे हिस्सों में फैली। इसलिए सबसे ज्यादा शव किचन एरिया से मिले हैं। भागने की कोशिश में दो लोगों की मौत सीढ़ियों पर हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन ने घटनास्थल को सील कर दिया है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। CM सावंत बोले- जिम्मेदारों पर एक्शन लेंगे CM सावंत ने X पर पोस्ट कर बताया कि आज का दिन गोवा के लिए बहुत दुखद है। अरपोरा में लगी भीषण आग में 23 लोगों की मौत हो गई। मैं बेहद दुखी हूं और इस कठिन समय में सभी पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैंने मौके पर जाकर हालात देखे और इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि आग कैसे लगी और क्या वहां फायर सेफ्टी और बिल्डिंग के नियमों का सही तरह पालन किया गया था या नहीं। जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह की लापरवाही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। --------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... गोवा के शिरगांव में भगदड़, 7 की मौत, 50 घायल, बिजली तार गिरने से हादसा, एक-दूसरे पर गिरे लोग गोवा के शिरगांव में श्री लैराई जात्रा (यात्रा) के दौरान 2 मई की रात मची भगदड़ में 7 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 50 से ज्यादा लाेग घायल हुए थे। 2 मई की शाम को बड़ी संख्या में श्रद्धालु जात्रा में शामिल होने मंदिर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान एक दुकान के सामने बिजली के तार से करंट लगने के बाद कुछ लोग गिर गए। तभी अफरा-तफरी हुई और भगदड़ मच गई। पूरी खबर पढ़ें...
आज रात तक कैंसिलेशन का पैसा लौटाएगी इंडिगो:एयरलाइन का दावा- 95% रूट पर फ्लाइट्स ऑपरेट हो रहीं; इंडिगो CEO को कारण बताओ नोटिस जारी
इंडिगो फ्लाइट क्राइसिस के बीच सरकार ने कंपनी को अगले 48 घंटों के अंदर पैसेंजर के बैगेज को ट्रेस करके डिलीवर करने का निर्देश दिया है। इसी के साथ एयरलाइन को पैसे रिफंड करने और कैंसिल या रुकी हुई फ्लाइट्स के लिए पूरा रिफंड प्रोसेस 7 दिसंबर को रात 8 बजे तक पूरा करने का आदेश दिया गया है। वहीं शनिवार को 800 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुईं। इंडिगो ने कहा कि उन्होंने 95% रूट पर कनेक्टीविटी रीस्टोर कर ली है। एयरलाइन ने दावा किया कि हम 138 में से 135 डेस्टिनेशंस पर फ्लाइट ऑपरेट कर रहे हैं। कंपनी ने आगे कहा कि हमें लोगों का भरोसा दोबारा जीतने के लिए काफी वक्त लगेगा। मामले में सरकार ने शनिवार को कंपनी के CEO को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब भी मांगा है। इस बीच अन्य एयरलाइंस के बढ़ते किराए पर सरकार ने रोक लगाई। केंद्र ने सभी एयरलाइंस के लिए हवाई करिया फिक्स कर दिया है। अब कोई भी एयरलाइन 500 किमी की दूरी तक 7500 रुपए, 500-1000 किमी तक 12 हजार रुपए से ज्यादा किराया नहीं ले पाएगी। वहीं, अधिकतम किराया 18 हजार रुपए तय किया गया है। हालांकि ये किराया सीमा बिजनेस क्लास के लिए लागू नहीं होगी। 5-15 दिसंबर के बीच की बुकिंग का पूरा पैसा लौटाएगी इंडिगो इंडिगो ने कहा कि 5-15 दिसंबर के बीच की गई बुकिंग का वे पूरा पैसा लौटाएंगे। कंपनी ने कहा कि इस रिफंड के लिए कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा। एयरलाइन ने इसको लेकर कस्टमर से माफी भी मांगी। केंद्र ने इंडिगो को राहत दी, वीकली रेस्ट का आदेश वापस केंद्र सरकार शुक्रवार को बैकफुट पर आ गई थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयलाइंस, खासकर इंडिगो को 10 फरवरी 2026 तक अस्थायी राहत दी। वीकली रेस्ट के बदले कोई भी छुट्टी नहीं देने के फैसले को वापस ले लिया। इंडिगो का दावा है कि इस नियम की वजह से पायलटों और अन्य स्टाफ की कमी हुई थी और पूरा ऑपरेशन प्रभावित हुआ। इसे दुरुस्त करने समय लगेगा। DGCA ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियम, फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) का दूसरा फेज लागू किया था। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ था। DGCA के वो नए नियम, जिससे इंडिगो में स्टाफ क्राइसिस हुई DGCA ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियमों में बदलाव किए हथे। इसे फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नाम दिया गया है। इन्हें दो चरणों में लागू किया गया। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ। वहीं 1 नवंबर से दूसरा चरण लागू हुआ। नए नियमों में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पायलटों और क्रू को पर्याप्त आराम देने पर जोर दिया गया है। इस कारण एयरलाइन कंपनियों के पास पायलटों और क्रू मेंबर्स की अचानक कमी पड़ गई है। DGCA ने बताया कि नवंबर में इंडिगो की कुल 1,232 उड़ानें कैंसिल की गईं, जिनमें FDTL नियमों के कारण 755 उड़ानें शामिल हैं। इंडिगो के पास सबसे ज्यादा प्लेन, इसलिए ज्यादा असर एयरलाइन दिन भर में लगभग 2,300 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें ऑपरेट करती है। यह संख्या एअर इंडिया के एक दिन में संचालित उड़ानों की लगभग दोगुनी है। इतने बड़े पैमाने पर यदि 10–20 प्रतिशत उड़ानें भी देर से चलें या रद्द हों, तो इसका मतलब होता है 200–400 उड़ानें प्रभावित होना। हजारों यात्रियों के लिए बड़ी मुश्किलें आना। बुधवार को भी इंडिगो की 200 से ज्यादा उड़ानों पर असर पड़ा था। ------------------- इंडिगो से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... एयरपोर्ट पर यात्रियों में मारपीट, लात-घूंसे चले:कोई रोया, किसी ने हंगामा किया, महिला सिक्योरिटी से भिड़ी; इंडिगो संकट की 18 PHOTOS क्रू मेंबर की कमी का सामना कर रही इंडिगो एयरलाइन की फ्लाइट्स कैंसिल होने से लगातार पांचवें दिन लोग परेशान हैं। एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी है। कई जगह परेशान पैसेंजर्स ने जमकर हंगामा किया। एयरपोर्ट पर सूटकेस के ढेर पड़े हैं। 3 से 4 दिनों से लोगों को सामान नहीं मिला है। फ्लाइट का इंतजार कर रहे लोगों ने जमीन पर रात गुजारी। फ्लाइट कैंसिल होने के चलते बेंगलुरु एयरपोर्ट पर यात्री रोते नजर आए। पूरी खबर पढ़ें...
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