Responsive Scrollable Menu

मिर्जापुर-3 के एक साल पूरे, अली फजल ने किया मजेदार पोस्ट

मुंबई, 5 जुलाई (आईएएनएस)। अभिनेता अली फजल ने वेब सीरीज 'मिर्जापुर 3' के एक साल पूरे होने पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर पुरानी यादों को ताजा किया और सभी को-एक्टर्स को धन्यवाद दिया।

Continue reading on the app

n दलाई लामा बोले, अभी 30-40 साल और जिऊंगा:उत्तराधिकार को लेकर कुछ दिन से अफवाहें चल रही हैं, तिब्बती प्रशासन खारिज कर चुका है n

n दलाई लामा ने शनिवार को अपने उत्तराधिकारी की घोषणा के बारे में कहा कि मुझे लोगों की सेवा करने के लिए 30-40 साल और जीने की उम्मीद है। तिब्बती धर्मगुरू ने कहा, 'कई भविष्यवाणियों को देखते हुए मुझे लगता है कि मुझ पर अवलोकितेश्वर का आशीर्वाद है। मुझे उम्मीद है कि मैं अभी भी 30-40 साल और जियूंगा।' दलाई लामा के उत्तराधिकारी की घोषणा की अफवाहें उनके 90वें जन्मदिन से कुछ दिन पहले से ही चल रही हैं। हालांकि, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष पेनपा त्सेरिंग अफवाहों को खारिज कर चुके हैं। मौजूदा दलाई लामा 6 जुलाई को 90 साल के हो जाएंगे। निर्वासित तिब्बती सरकार उनके जन्मदिन पर हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास मैकलोडगंज में एक सप्ताह से कार्यक्रम कर रही है। भारत बोला- हम धार्मिक प्रथाओं पर नहीं बोलतेnभारतीय विदेश मंत्रालय ने 4 जुलाई को दलाई लामा के उत्तराधिकार पर कहा- भारत सरकार आस्था और धार्मिक प्रथाओं से जुड़े मामलों पर न तो कोई रुख अपनाती है और न बोलती है। आगे भी ऐसा करती रहेगी। दरअसल, दलाई लामा ने 2 जुलाई को हिमाचल में कहा था कि उनके उत्तराधिकारी को मान्यता देने का अधिकार तिब्बती बौद्ध गुरुओं को है। चीन का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा था कि किसी और को इस मामले में दखल देने का अधिकार नहीं है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने 3 जुलाई को दलाई लामा के बयान का समर्थन किया था। इस पर चीन ने नाराजगी जताई थी। चीन ने कहा था- तिब्बत से जुड़े मुद्दों पर भारत को सावधानी बरतनी चाहिए। दलाई लामा के उत्तराधिकारी को चीनी सरकार की मंजूरी लेनी होगी। चीनी कानूनों के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों और ऐतिहासिक परंपराओं का भी पालन करना होगा। 3 दिन चला 15वां तिब्बती धार्मिक सम्मेलन​​​​​​nहिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 3 दिवसीय 15वां तिब्बती धार्मिक सम्मेलन 2 जुलाई को शुरू हुआ था। यहां दलाई लामा ने कहा था- दलाई लामा की प्रथा भविष्य में जारी रहेगी। उनके देहांत के बाद उत्तराधिकारी का चयन तिब्बती बौद्ध परंपराओं के अनुसार होगा। तिब्बत और बौद्ध धर्म में चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए दलाई लामा ने यह भी स्पष्ट रूप से कहा था कि उनके उत्तराधिकारी के चयन में चीन की कोई भूमिका नहीं होगी। अगर चीन ऐसा करने की कोशिश भी करता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पर चीन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। धर्मशाला स्थित दलाई लामा लाइब्रेरी एंड आर्काइव में 3 दिवसीय धार्मिक सम्मेलन शुरू हुआ था, जिसमें तिब्बती बौद्ध धर्म की विभिन्न परंपराओं के प्रमुख लामाओं, तिब्बती संसद, सिविल सोसाइटी, संगठनों और दुनिया भर से आए तिब्बती समुदाय के प्रतिनिधि ने भाग लिया था। गादेन फोडंग ट्रस्ट को सौंपी जिम्मेदारीn14वें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो ने वीडियो संदेश के माध्यम से बताया था उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के चयन की जिम्मेदारी 'गादेन फोडंग ट्रस्ट' को सौंपी है। दलाई लामा ने स्थापना 2015 में दलाई लामा की संस्था से संबंधित मामलों की देखरेख के लिए इस ट्रस्ट की स्थापना की थी। तेनजिन ग्यात्सो ने कहा था कि अगले दलाई लामा की पहचान और मान्यता की पूरी प्रक्रिया का अधिकार केवल ट्रस्ट को है। कोई अन्य व्यक्ति, संगठन या सरकार इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं कर सकती। चीन भी नहीं कर सकता नियुक्तिnदलाई लामा ने कहा था कि ट्रस्ट के अलावा कोई और अगले दलाई लामा की नियुक्ति नहीं कर सकता है। इस घोषणा ने उन चर्चाओं पर विराम लगा दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि चीन मौजूदा दलाई लामा की मौत के बाद खुद 15वें दलाई लामा की नियुक्ति कर देगा। दलाई लामा ने अपने वीडियो संदेश में कहा था कि 1969 में ही हमने यह स्पष्ट कर दिया था कि संस्था को जारी रखने का निर्णय संबंधित लोगों को करना चाहिए। पिछले 14 सालों में हमें दुनिया भर से, विशेषकर तिब्बत से, संस्था को जारी रखने के आग्रह मिले हैं। उन्होंने 24 सितंबर 2011 को भी कहा था कि जब वे 90 साल के हो जाएंगे, तब इस विषय पर फैसला लेंगे। CTA नेता बोले- चीन इस परंपरा का फायदा उठाना चाह रहा हैnकार्यक्रम के दौरान सेंट्रल तिब्बतियन एडमिनिस्ट्रेशन (CTA) के नेता पेन्पा शेरिंग ने धर्मशाला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीन पर आरोप लगाया कि वह दलाई लामा के उत्तराधिकार को राजनीतिक हथियार बना रहा है। उन्होंने कहा था- चीन इस परंपरा को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है, जो पूरी तरह निंदनीय है। यह आध्यात्मिक प्रक्रिया है और हम इसमें किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेंगे। पेन्पा शेरिंग ने यह भी कहा कि वर्तमान में चीन सरकार की नीतियां तिब्बती पहचान, भाषा और धर्म को मिटाने की कोशिश कर रही हैं। शी जिनपिंग की सरकार तिब्बती लोगों की सांस्कृतिक और धार्मिक जड़ों को निशाना बना रही है। दलाई लामा किताब में भी ये बातें कह चुकेnमौजूदा दलाई लामा 6 जुलाई को 90 साल के हो जाएंगे। इसके बाद उनके उत्तराधिकारी पर निर्णय संभव है। इस साल मार्च में प्रकाशित हुई दलाई लामा की किताब वॉयस फॉर द डायसलेस में भी उन्होंने लिखा है कि उनका पुनर्जन्म चीन के बाहर एक स्वतंत्र दुनिया में होगा, जहां तिब्बती बौद्ध धर्म की स्वतंत्रता बनी रहे। उन्होंने लिखा है कि उनके पुनर्जन्म का उद्देश्य उनके कार्य को आगे बढ़ाना है। इसलिए, नया दलाई लामा एक स्वतंत्र दुनिया में जन्म लेगा, ताकि वह तिब्बती बौद्ध धर्म का नेतृत्व और तिब्बती लोगों की आकांक्षाओं का प्रतीक बन सके। चीन ने दलाई लामा का बयान खारिज कियाnकिताब में कही बात पर चीन की ओर से भी प्रतिक्रिया आई थी। चीनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने दलाई लामा के किताब में लिखे बयान को खारिज किया। साथ ही कहा कि दलाई लामा को तिब्बती लोगों का प्रतिनिधित्व करने का कोई अधिकार नहीं है। प्रवक्ता ने कहा कि बुद्ध की वंशावली चीन के तिब्बत में विकसित हुई। इस हिसाब से उनके उत्तराधिकारी का चयन भी चीनी कानून और परंपराओं के अनुसार ही होगा। उन्होंने दावा किया कि साल 1793 में किंग राजवंश ने गोल्डन अर्न प्रक्रिया शुरू की थी। उसके तहत चीन को ही दलाई लामा के उत्तराधिकारी को मंजूरी देने का अधिकार है। दलाई लामा बोले- यह प्रक्रिया उपयोग में नहींnहालांकि, तिब्बती समुदाय और दलाई लामा ने चीन के इस दावे को खारिज किया। उन्होंने कहा कि गोल्डन अर्न प्रक्रिया केवल 11वें और 12वें दलाई लामा के लिए उपयोग की गई थी। 9वें, 13वें, और 14वें दलाई लामा के चयन में इसका उपयोग नहीं किया गया। ---------------------------------------------------nमामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... अरुणाचल प्रदेश के सीएम धर्मशाला पहुंचे, दलाई लामा के जन्मदिवस समारोह में शामिल होंगे अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू शुक्रवार को धर्मशाला पहुंचे। वे तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के 90वें जन्मदिवस और दीर्घायु प्रार्थना कार्यक्रम में विशेष अतिथि हैं। धर्मशाला के होटल हयात में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की सुरक्षा मंत्री कालोन डोलमा ग्यारी ने उनका स्वागत किया। पूरी खबर पढ़ें... n

Continue reading on the app

  Sports

नीरज चोपड़ा ने एनसी क्लासिक 2025 में काटा गदर, मेजबान ने ही जीत लिया खिताब; ये था बेस्ट थ्रो

Neeraj Chopra Wins NC Classic 2025: भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एनसी क्लासिक 2025 का खिताब जीत लिया है। नीरज ने 86.18 मीटर का बेस्ट थ्रो फेंका। वह एनसी क्लासिक प्रतियोगिता के मेजबान हैं।  Sat, 05 Jul 2025 21:29:17 +0530

  Videos
See all

Marathi भाषा विवाद पर Kumar Vishwas का तीखा बयान! | Marathi Language | Maharashtra News | #shorts #tmktech #vivo #v29pro
2025-07-06T18:37:38+00:00

Amit Shah: काश्मीर भारत का हिस्सा कैसे बना? शाह का बड़ा खुलासा! | Jammu and Kashmir News #tmktech #vivo #v29pro
2025-07-06T19:30:05+00:00

Marathi Controversy : पहले मराठी न बोलने पर मारा थप्प्ड़ अब Police ने ऐसे निकाली हेकड़ी |Maharashtra #tmktech #vivo #v29pro
2025-07-06T19:00:50+00:00

Sanatan Mahakumbh Patna: Hindu विरोधियों पर बरसे Rambhadracharya Ji| Baba Bageshwar | Bihar Election #tmktech #vivo #v29pro
2025-07-06T20:00:23+00:00
Editor Choice
See all
Photo Gallery
See all
World News
See all
Top publishers